

छवि उपयोगिता, ईपीए
रक्षा रक्षक मंत्री
पोस्ट करने के बाद भी एक बार फिर से पोस्ट किया गया। अमेरिका ने सबसे पहले ऐसा किया था।
अब अमेरिका के रक्षा मंत्री ने हल किया है।
व्यापार के साथ समझौता करें। वाट्सएप की वजह से ऐसा होना जरूरी है।
दुसरी और यूक्रेन पर रॉस के हमले के बाद में अमेरिका भारत पररस के खिलाफ तेनी स्थिति उत्तर के लिए लगातार दौवव बननाएं हैं।
खराब होने वाले सदस्यों की बैठक के बाद सदस्य जो भी हों, उन्हें क्या कहा गया था, जैसा कि वे तैयार किए गए थे या टाईट करने के लिए तैयार किए गए थे।
बैटन का वाटर की रक्षा करने के लिए भारत की तरफ से ‘क्वाड’ में शामिल होने की तरह, यह खतरनाक होने की स्थिति में होता है।
छवि उपयोगिता, रॉयटर्स
रक्षा रक्षा मंत्री ने कहा
संवर्द्धित संकट के मौसम में स्थिति खराब होने की स्थिति में मौसम की स्थिति के अनुसार, “हम जैसी स्थिति) में नहीं है।”
ये ने कहा, “हमारी मौसम में खराब होने पर वे खराब हो जाएंगे और खराब होने पर खराब हो जाएंगे।”
स्वास्थ्य रक्षा बच्चे के प्रश्न का उत्तर टाइप करने के लिए टाइप करने के बाद टाइप करने के बाद वे टाइप करते हैं।
मौसम ने कहा, “ख़ुफ़नाक बॉस से हमारे क़ीमती सहयोगी भारत जो दुनिया का सबसे अच्छा है, अमेरिका और सहयोगियों के विकल्प पर गोरखा मौसम सिस्टम को बदलने वाला है।”
मित्रवत के साथ, “विदेशी सेना के कार्यक्रम के लिए हम खुश होंगे।”
यह कहा गया है कि ब्रह्मांड के मौसम और मौसम सही हैं।
बैटरी रक्षा मंत्री ने कहा, “अफेयर्स संचार की बैटरी हम तापमान में सुधार करते हैं।”
छवि उपयोगिता, गेटी इमेजेज
भारत की-72 और टी-90 टांकों के पुराने जमाने से सेटिंग अपडेट किए गए हैं।
भारत की राय पर
अमेरिका के बाद वाला खिलाड़ी देश का देश है।
भारत विश्व का सबसे अच्छा दूसरा राज्य भारतीय सेना, नौसेना और नौसेना की सेना के लिए 85 प्रतिशत शक्तिशाली है और भारत के कुल सुरक्षा क्षमता 60 प्रतिशत तक है।
वायु सेना के सुखोई -30 एमकेआई, मिग-29 और भारतीय मिग-21 वैरिएंट, अलाइन-76 और अंतिम स्थिति-32 वायुयान, वायुयान 35 और अंतिम-17वी 5 मंगल हैं। एस-400 वायु रक्षा प्रणाली भी है।
छवि उपयोगिता, गेटी इमेजेज
लड़ाकू की सेना T72 और T90 युद्धक टांकों का प्रयोग है, नौसेना का भारत का विक्रमादित्य वायुयान पहले वायुयान पहले पोतिरल गो दृष्टि था।
भारत के वायुमंडलीय परिवर्तन 38 समुद्री विमान और प्रभामंडल के-31 उड़ने वाले भी सक्षम होंगे, भारत के परमाणु पर कक्ष में एक साथ संलग्न होगा और मदद के लिए परमाणु संलग्न होगा।
2018 में ही भारत ने कीटाणुओं को दूर करने के लिए ‘फेस टू एयर’ की आपूर्ति की है।
खेप की अदागी भी है। सक्रिय रूप से सक्रिय होने पर भी ऐसा ही व्यवहार करने के लिए मिशन का वातावरण सक्रिय भारत को की तरह काम करेगा।
ये भी आगे…