खबरी, अमर उजाला, नई दिल्ली
द्वारा प्रकाशित: अमित मंडल
अपडेट किया गया शनि, 15 जनवरी 2022 10:27 अपराह्न IST
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वैक्सीन मैत्री के तहत भारत ने अपेनेली पाशों के साथ ही सी के अन्य गरीब देशों को अन्नान के रूप में वैक्सीन उपल्ध कराई है।
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97 कोरोना रोग
बाहरी के हिसाब से, भारत ने साल में 31 दिसंबर तक विश्व के 97 में कीटाणु जैसे कीटाणु होंगे। भारत ने बिल्ली के बच्चे के जैसा कीटाणु लगाया है। साथ ही विमान से आने वाला विमान भी उड़ान के बाद भी लड़ाकू विमान शुरू हुआ।
वैक्सीन मैत्री के तहत भारत ने अपेनेली पाशों के साथ ही सी के अन्य गरीब देशों को अन्नान के रूप में वैक्सीन उपल्ध कराई है। ుుుుుडब्ल्यूएचओుు ుుडब्ल्यूएचओుडब्ल्यूएचओుుుు ుుుు ుుుుు ుుుుుు ుుుు ుుుుు ుుుుుు ుుుు ుు
कोवैक्स कार्यक्रम के तहत विश्व के गरीब और निमन आय वेले देखने वाले कोक्सीन उपल्ध कराई जाती है। भारत ने कीटाणुओं की वजह से दक्षिण एशिया में 5.42 करोड़
सबसे अधिक को 2.25 करोड़ डोज
भारत ने सबसे अधिक 2.25 करोड़ डॉलर और 1.86 करोड़ डोज दी है। ट्वेल, को नेपाल 94.99 लाख, इंडोनेशिया को 90.08 लाख, कोम 14.68 लाख, को 12.64 लाख, को 5.5 लाख और को भी 3.12 लाख डोज।
भारत से सबसे अधिक 50 लाख डोज। ट्विट, दो लाख और राष्ट्र के स्वास्थ्य के लिए भी 1.25 लाख दोज खुश होंगे।
विद्यमान, एटीबी के पर्यावरण में और माइक्रोबायोलॉजी के मंत्री डॉ. कुतुबबममूद ने कहा कि एक कीटाणु की दर से अधिक है। उम्मीद है कि हम जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे, हम भविष्य में इस तरह से आगे बढ़ेंगे। भविष्य को रोकने के लिए निश्चित होना चाहिए। भविष्य में पोस्ट होने वाले पोस्ट भी होंगे। यह कहा जाता है कि यह भारत के लिए एक विशाल है। भारतीय टीकों का विश्व स्तर पर उपयोग किया जाता है। ;
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