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सहारनपुर। न्यूजीलैंड के अपडेट के लिए शत जेडीकर मंगल अंक ने फिर से योजना के खेल को सूचीबद्ध किया है। मयंक ने इंटरनेट पर सभी प्रकार से, पूरी तरह से पूरी तरह से जांच की। ऐसे में मंज़िल का महत्व और बढ़ना है।
मयंक का परिवार मूल रूप से सहारनपुर का कैरेक्टर है। मयंक ने 196 पर 100 चौराहा, कम से कम तीन चौके और 13 चौके लगाए। मयंक ने पहला परीक्षण 2019 में विशाखापत्तनम में साउथ के विपरीत किया था और 215 धुर की भाँति खेली था। खराब परीक्षण के बाद जांच की गई और फिर 108 रन की खेली की। 2019 में विपरीत दिशा में 243 रन की खेली खेली गई थी। मयंक के खेल खेलने के खेल में खुश की लहरें। वृद्धा मो. अकरम सैफी ने मयंक इंग्लैड को एक सुंदरी में रखा है। ️ उभर️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️
मयंक का सहारनपुर से मशहूर
मयंक के दादा के छोटे भाई सुशील अग्रवाल ने सहारनपुर में हालांकि सुशील अब भी इस दुनिया में नहीं हैं। मगर उनके परिजन अपने बिजनेस को आगे बढ़ा रहे हैं। मयंक के दादा देवेंद्र अग्रवाल 1986 तक सहारनपुर में ही और पिता रामलाल अग्रवाल के व्यापार को एक साथ आगे रखते थे। कभी-कभी यह भी हो जाता है। ऐसे में रविंद्र अग्रवाल 1986 में बंगलूरू ने ऐसे ही स्थापित किया था। वह अपने परिवार के साथ बंगलूरू में ही हैं। मयंक बीच-बीच में परिवार के साथ सहारनपुर सुंदर हैं।
मयंक का क्रिकेट सफर
मयंक का क्रिकेट के साथ बचपन से ही ‘करने’ वाला है। कर्नाटक के लिए बार्निंग सूक्ष्मज्ञान. इसके अलावा आईपीएल में वह रॉयल चैलेंजर टीम का हिस्सा रहा। बार 1968 में भी वे टेस्ट क्रिकेट की टीम में थे। मयंक के एंड्रॉज्ड अग्रवाल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक क्रिकेट.
सहारनपुर। न्यूजीलैंड के अपडेट के लिए शत जेडीकर मंगल अंक ने फिर से योजना के खेल को सूचीबद्ध किया है। मयंक ने इंटरनेट पर सभी प्रकार से, पूरी तरह से पूरी तरह से जांच की। ऐसे में मंज़िल का महत्व और बढ़ना है।
मयंक का परिवार मूल रूप से सहारनपुर का कैरेक्टर है। मयंक ने 196 पर 100 चौराहा, कम से कम तीन चौके और 13 चौके लगाए। मयंक ने पहला परीक्षण 2019 में विशाखापत्तनम में साउथ के विपरीत किया था और 215 धुर की भाँति खेली था। खराब परीक्षण के बाद जांच की गई और फिर 108 रन की खेली की। 2019 में विपरीत दिशा में 243 रन की खेली खेली गई थी। मयंक के खेल खेलने के खेल में खुश की लहरें। वृद्धा मो. अकरम सैफी ने मयंक इंग्लैड को एक सुंदरी में रखा है। ️ उभर️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️
मयंक का सहारनपुर से मशहूर
मयंक के दादा के छोटे भाई सुशील अग्रवाल ने सहारनपुर में हालांकि सुशील अब भी इस दुनिया में नहीं हैं। मगर उनके परिजन अपने बिजनेस को आगे बढ़ा रहे हैं। मयंक के दादा देवेंद्र अग्रवाल 1986 तक सहारनपुर में ही और पिता रामलाल अग्रवाल के व्यापार को एक साथ आगे रखते थे। कभी-कभी यह भी हो जाता है। ऐसे में रविंद्र अग्रवाल 1986 में बंगलूरू ने ऐसे ही स्थापित किया था। वह अपने परिवार के साथ बंगलूरू में ही हैं। मयंक बीच-बीच में परिवार के साथ सहारनपुर सुंदर हैं।
मयंक का क्रिकेट सफर
मयंक का क्रिकेट के साथ बचपन से ही ‘करने’ वाला है। कर्नाटक के लिए बार्निंग सूक्ष्मज्ञान. इसके अलावा आईपीएल में वह रॉयल चैलेंजर टीम का हिस्सा रहा। बार 1968 में भी वे टेस्ट क्रिकेट की टीम में थे। मयंक के एंड्रॉज्ड अग्रवाल भी अंतरराष्ट्रीय स्तर तक क्रिकेट.
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