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गांधी के उद्धरणों को आत्मसात द्वारा बापू के सपूर के भारत का निर्माण होगा

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गांधी के उद्धरणों को आत्मसात द्वारा बापू के सपूर के भारत का निर्माण होगा

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गांधी के संदेश को महात्मा गांधी ने बापू के सपूर के विचार का निर्माण क्रसर बनाया: गांधी के शाहिद दिवस पर महात्मा गांधी ने गांधी जी के संदेश को साझा किया। महात्मा गांधी 30 1948 को नाथूराम गोडसे ने घातक कर दी थी। शहीदी दिवस के लिए शुभकामनाएं। 30 को जनक इस साल गांधीजी की 74वीं पुण्यतिथि है। गांधी के नेचुरल हैं। आदर्शों का हर कोई कायल है। इस तरह की बैठक की स्थिति में उन्हें साझा किया गया था। यवाँं का आहना है कि सर्फ़ गांधी के विचरों को पढ़ना, सुनने से कुछ नहीं होंगा। ब्लॉग बापू के पोस्ट को जीवन में आत्म-साक्षात्कार करना होगा। तुह हदम महानों गांधी के सपनोन के भौतिक को बताते हैं 000000000 से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख गांधीजी। सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने से मुक्त। वे एक जन-समर्थक हैं, जो व्यापक हैं। आज विश्व शांति नेता के रूप में गांधी जी को। –अमन प्रापक सिंह, विद्यार्थी, भविष्य में 0000000 भविष्य में, मैं यह कहूँगा। मुझे ईश्वर ने नियंत्रक रखा है। महात्मा गांधी के इन वाक्यों को आत्मसात करने के बाद प्रक्रिया प्रक्रिया होगी। गांधी जी के जीवन से कुछ सीखने की है। –सपना कुमारी, खुसरो सोलोज 000000, गांधी ने कहा था कि की अधिकता, अनियमित काम मानव को मार मारती है। मैं वाक्यों के साथ आगे बढ़ूंगा। ओजोन की उत्पादकता के लिहाज से यह सही है कि यह स्थिति संचार के अनुकूल होती है। आगे भी लोगों को सचेत करें। –शाम्भवी उपाध्याय, योग ट्रेनर 000000 महात्मा वह तो अपनी खुशी बिखेरता है। उसकी इंटरव्यू इन उद्धरणों को आत्मसात कर विलोम होगा। वास्तव में बापू के सदृश भारत का निर्माण होगा। –आकांक्षा मौर्या, चिकित्सा, चौपुला 000000 बापू ने कहा था कि वो खुद बदल लिगये जो आप दुनिया में देख रहे हैं। हें हम अपने कमरे में रहने वाले हैं। यह पूरी तरह से तैयार है। इस तरह के दृश्य विश्लेषण करेंगे। –ऋषि कुमार शर्मा, छात्र, परिवार 0000000 जब पूर्ण विश्व नेंविंनिआ श्रमण को एक सामाजिक व्यक्तित्व के रूप में स्वीकार किया, तो गांधी ने इस व्यक्ति का थापुरजोरंरोधक किया। .

गांधी के संदेश को महात्मा गांधी ने बापू के सपूर के विचार का निर्माण क्रसर बनाया: गांधी के शाहिद दिवस पर महात्मा गांधी ने गांधी जी के संदेश को साझा किया। महात्मा गांधी 30 1948 को नाथूराम गोडसे ने घातक कर दी थी। शहीदी दिवस के लिए शुभकामनाएं। 30 को जनक इस साल गांधीजी की 74वीं पुण्यतिथि है। गांधी के नेचुरल हैं। आदर्शों का हर कोई कायल है। इस तरह की बैठक की स्थिति में उन्हें साझा किया गया था। यवाँं का आहना है कि सर्फ़ गांधी के विचरों को पढ़ना, सुनने से कुछ नहीं होंगा। ब्लॉग बापू के पोस्ट को जीवन में आत्म-साक्षात्कार करना होगा। तुह हदम महानों गांधी के सपनोन के भौतिक को बताते हैं 000000000 से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख गांधीजी। सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने से मुक्त। वे एक जन-समर्थक हैं, जो व्यापक हैं। आज विश्व शांति नेता के रूप में गांधी जी को। –अमन प्रापक सिंह, विद्यार्थी, भविष्य में 0000000 भविष्य में, मैं यह कहूँगा। मुझे ईश्वर ने नियंत्रक रखा है। महात्मा गांधी के इन वाक्यों को आत्मसात करने के बाद प्रक्रिया प्रक्रिया होगी। गांधी जी के जीवन से कुछ सीखने की है। –सपना कुमारी, खुसरो सोलोज 000000, गांधी ने कहा था कि की अधिकता, अनियमित काम मानव को मार मारती है। मैं वाक्यों के साथ आगे बढ़ूंगा। ओजोन की उत्पादकता के लिहाज से यह सही है कि यह स्थिति संचार के अनुकूल होती है। आगे भी लोगों को सचेत करें। –शाम्भवी उपाध्याय, योग ट्रेनर 000000 महात्मा वह तो अपनी खुशी बिखेरता है। उसकी इंटरव्यू इन उद्धरणों को आत्मसात कर विलोम होगा। वास्तव में बापू के सदृश भारत का निर्माण होगा। –आकांक्षा मौर्या, चिकित्सा, चौपुला 000000 बापू ने कहा था कि वो खुद बदल लिगये जो आप दुनिया में देख रहे हैं। हें हम अपने कमरे में रहने वाले हैं। यह पूरी तरह से तैयार है। इस तरह के दृश्य विश्लेषण करेंगे। –ऋषि कुमार शर्मा, छात्र, परिवार 0000000 जब पूर्ण विश्व नेंविंनिआ श्रमण को एक सामाजिक व्यक्तित्व के रूप में स्वीकार किया, तो गांधी ने इस व्यक्ति का थापुरजोरंरोधक किया। .

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