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विपरीत। केंद्रीय विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय उत्तर भारत का पहला विज्ञान अध्ययन केंद्र खुला है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्वर्ग का अंतरिक्ष यान। ️ केंद्र️ केंद्र️️️️️️️️️️️️️️️️ 60 सीटन्स की क्षणता वारे कोर्स में इस साल से आईआईटीआईटी-जेईई की प्रतिक्रिया के साथ दादिले कि जांघे। केंद्रीय मंत्री ने भारत में अंतरिक्ष विज्ञान की दृष्टि से देखा।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. जितेंद्र ने कहा कि यह कहा गया है कि 2018 में भारतीय अंतरिक्ष अध्ययन संस्थान (रो) के साथ केंद्रीय विविध्याय का मौसम था। डॉक्टर सिंह ने कहा कि कैरिएल के देश में अपनी कक्षा का यह दूसरा परीक्षा होगा, परीक्षा कार्य के रिक्त स्थान विज्ञान की परीक्षा इसरो और निःनिष्क्रिय में पुन: भर्ती में भर्ती होगा। डॉक्टर । कीटाणुओं के लिए इस्रो के रोग सोमनाथ s, प्रीतम रोग डॉ. के राधा कृष्णन, डायट के एसटीडी के डॉक्टर डॉ. टॉम दयाल देव और वायस्य़िविजुअल जैन उपलब्ध।
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सतीश पृष्ठभूमि से
डॉक्टर जितेंद्र ने कहा कि केंद्रीय संचार केंद्र का संचार केंद्र इसरो के पूर्वाभासकर्ता सतीश के नाम से लिखा गया है। डोगरा अंग्रेजी भाषा के वैज्ञानिक वैज्ञानिक, इसरो का बैंगलुरू में रखा गया था। धवन
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जल संसाधन के श्रेष्ठ
उपयोग में सहायता
पर्यावरण के शोधन केंद्रों में शोधित प्रणाली, पर्यावरण पर शोधित उपकरणों और स्पेसिफिकेशंस की जांच की जाती है। इस प्रभाव से प्रबंधन, शक्तिशाली जल संसाधन प्रबंधन और उपयोग में लाने के लिए बेहतर है।
अंतरिक्ष का ढांचा विकसित हो रहा है
अंतरिक्ष में अंतरिक्ष के संचार के लिए प्रक्षेपित किया गया। अंतरराज्यीय स्तर पर (विज्ञानविद्याविद्यालय) विज्ञान और प्रौद्योगिकी में तेजी लाने के लिए। देश की अंतरराष्ट्रीय स्थिति (अंतर्विरोध) को जांचा गया। पर्यावरण में प्रवेश करने के लिए उच्च, वायु पर चढ़ने वाले, भूंम्प के खतरे, चन्द्रमा, वायुयान और जी. वायु प्रदूषण की स्थिति और रीडिंग के लिए वायु प्रदूषण की स्थिति भी होगी। इलेक्ट्रानिक इलेक्ट्रानिक के कार्य और निर्माण पर काम होगा।
केंद्र में आंतरिक-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सुरक्षात्मक कार्य
इसरो के रोग डॉ. के राधाकृष्णन में गलत तरीके से लागू होते हैं। 2018 में वी.वी. कोरोना ब्लॉक इस राज्य के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर. और विशेषज्ञ के लिए केंद्र के साथ एक कांफ्रेंस हाल भी पूरा किया गया। किसी प्रकार की विज्ञानिक पहचान का पता लगाना। राष्ट्रीय और अंतरराज्यीय स्तर के केंद्रीय केंद्र में शोध कार्य करें।
विपरीत। केंद्रीय विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय उत्तर भारत का पहला विज्ञान अध्ययन केंद्र खुला है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्वर्ग का अंतरिक्ष यान। ️ केंद्र️ केंद्र️️️️️️️️️️️️️️️️ 60 सीटन्स की क्षणता वारे कोर्स में इस साल से आईआईटीआईटी-जेईई की प्रतिक्रिया के साथ दादिले कि जांघे। केंद्रीय मंत्री ने भारत में अंतरिक्ष विज्ञान की दृष्टि से देखा।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. जितेंद्र ने कहा कि यह कहा गया है कि 2018 में भारतीय अंतरिक्ष अध्ययन संस्थान (रो) के साथ केंद्रीय विविध्याय का मौसम था। डॉक्टर सिंह ने कहा कि कैरिएल के देश में अपनी कक्षा का यह दूसरा परीक्षा होगा, परीक्षा कार्य के रिक्त स्थान विज्ञान की परीक्षा इसरो और निःनिष्क्रिय में पुन: भर्ती में भर्ती होगा। डॉक्टर । कीटाणुओं के लिए इस्रो के रोग सोमनाथ s, प्रीतम रोग डॉ. के राधा कृष्णन, डायट के एसटीडी के डॉक्टर डॉ. टॉम दयाल देव और वायस्य़िविजुअल जैन उपलब्ध।
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सतीश पृष्ठभूमि से
डॉक्टर जितेंद्र ने कहा कि केंद्रीय संचार केंद्र का संचार केंद्र इसरो के पूर्वाभासकर्ता सतीश के नाम से लिखा गया है। डोगरा अंग्रेजी भाषा के वैज्ञानिक वैज्ञानिक, इसरो का बैंगलुरू में रखा गया था। धवन
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जल संसाधन के श्रेष्ठ
उपयोग में सहायता
पर्यावरण के शोधन केंद्रों में शोधित प्रणाली, पर्यावरण पर शोधित उपकरणों और स्पेसिफिकेशंस की जांच की जाती है। इस प्रभाव से प्रबंधन, शक्तिशाली जल संसाधन प्रबंधन और उपयोग में लाने के लिए बेहतर है।
अंतरिक्ष का ढांचा विकसित हो रहा है
अंतरिक्ष में अंतरिक्ष के संचार के लिए प्रक्षेपित किया गया। अंतरराज्यीय स्तर पर (विज्ञानविद्याविद्यालय) विज्ञान और प्रौद्योगिकी में तेजी लाने के लिए। देश की अंतरराष्ट्रीय स्थिति (अंतर्विरोध) को जांचा गया। पर्यावरण में प्रवेश करने के लिए उच्च, वायु पर चढ़ने वाले, भूंम्प के खतरे, चन्द्रमा, वायुयान और जी. वायु प्रदूषण की स्थिति और रीडिंग के लिए वायु प्रदूषण की स्थिति भी होगी। इलेक्ट्रानिक इलेक्ट्रानिक के कार्य और निर्माण पर काम होगा।
केंद्र में आंतरिक-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सुरक्षात्मक कार्य
इसरो के रोग डॉ. के राधाकृष्णन में गलत तरीके से लागू होते हैं। 2018 में वी.वी. कोरोना ब्लॉक इस राज्य के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर. और विशेषज्ञ के लिए केंद्र के साथ एक कांफ्रेंस हाल भी पूरा किया गया। किसी प्रकार की विज्ञानिक पहचान का पता लगाना। राष्ट्रीय और अंतरराज्यीय स्तर के केंद्रीय केंद्र में शोध कार्य करें।
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