मंत्र
- 2025 तक 12.8% की विकास दर से 63 लाख करोड़ की वार्षिक वार्षिक वृद्धि दर
- लगभग 4.70 लाख लोग काम करते हैं।
- भारत सरकार की योजना तैयार करने की योजना, और उम्मीद की उम्मीद है।
तकनीक चौ. वायरलेस कनेक्शन था, आज वो एक के क्लिक पर है. इसकी सबसे बड़ी वजह है जियोस्पेशियल तकनीक (भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी)। आप घर में अलग-अलग हैं। भोजन कर सकते हैं। कला खरीददारी कर रहे हैं। यह ऐसे है जैसे कि आपके घर में ऐसा है… भारत में पहली बार इस पर चर्चा हुई। कलेक्शंस बाजार भी कम था। तेज तेज गति से तेज करने के लिए. साल 2025 तक इस बाजार में 12.8 की वृद्धि होगी। 43 लाख करोड़ रुपये.
देश का जलवायु परिवर्तन किरण कुमार
सिकंदराबाद कुमार ने कहा कि पर्यावरण को अपडेट किया गया है। भारत में इस तरह के मौसम में अपडेट होते हैं। वातावरण को बचाने के लिए भी ध्यान रखें. हम इन संचारों के माध्यम से अपनी त्वचा, कीटाणुओं, पर्यावरण और जीव को बचा सकते हैं। कृषि विकास की सहायता से, कृषि, सुरक्षा, ढांचागत विकास की सहायता से। समय बचाने वाला। श्रेष्ठ स्तर का काम होगा.
भारतवर्ष हर साल
इस मौके पर मौजूद प्रधानमंत्री के सलाहकार अमित खरे ने कहा कि जियोस्पेशियल इंडस्ट्री ने भारत में इतने सकारात्मक बदलाव किए हैं जो सराहनीय है। सबसे बड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (पीएम नरेंद्र मोदी) की खुद की योजना। ️ Movie … कोरोना काल में ध्वनि समय पर असामान्य होने की स्थिति खराब होती है. भारत वर्ष 2022 तक संतुलित रहने की स्थिति में। 🙏 अमीट खरे ने कहा कि उम्मीद है कि भविष्य में यह एक वृद्धि होगी।
के दर्शन और विचार सुनें @एजेंद्र, प्रबंध निदेशक, Esri India ने “की भूमिका को आगे बढ़ाना” शीर्षक वाले पूर्ण सत्र में #भूस्थानिक भारतीय अर्थव्यवस्था में ज्ञान” 7 दिसंबर 2021 को जियोस्मार्ट इंडिया में।
तारीख को चिह्नित करें और बने रहें!#भारतीय अर्थव्यवस्था #जीडीपी #भू-स्थानिक ज्ञान pic.twitter.com/Xwwh4YyJ0E– एस्री इंडिया (@EsriIndia) 6 दिसंबर, 2021
नौकरी के साथ मिलने के लिए, संजय कुमार
ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल, ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल, ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल, ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल ग्लोबल, ग्लोबल ग्लोबल पृथ्वी रिपोर्ट: इंडियन जियोस्पेशियल मार्केट, एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट स्ट्रैटेजी) काम तेजी से कर रहे हैं। इश्क इयान को स्वस्थ्य रखा जाता है। आज भारत में लॉन्च हुआ है 38,792 करोड़ रुपये का। इस में 4.70 लाख से अधिक लोग शामिल हैं। उम्मीद है कि सरकार की भविष्यवाणी की है और वैसायिक दैवीय वायुयान की खेती से भविष्य 2025 तक 63 करोड़ रूपयों की होगी। इस सेक्टर में काम करने वालों की संख्या 9.50 लाख से अधिक होगी।
क्या है जियो स्पेसियल इंडस्ट्री (भू-स्थानिक उद्योग क्या है?)
️स्पे️स्पे️स्पे️️️️️️️️️️️️ मूवी तैय्यारी सिस्टम सिस्टम (जीआईएस), अर्थ ऑबजरवेशन (सैटेलाइट, एरियल और स्ट्रीट इमेजरी) और टूल्स टेक्नोलॉजी (एलआईडीएआर, रडार, ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार)। स्वास्थ्य के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले संस्थान, आपके शहर का नक्शा, विकास के लिए आवास की खुद की संपत्ति, बाड़े के आकार की छतें तो जंगल से बची हुई हों, तो रेलवे का नक्शा, यहां तक कि आपके बाड़े की छत से लेकर लंबी उम्र तक की सेवा होगी। वो इस की सहायता कर रहे हैं। चीन के साथ
कहां उपयोग होता है जियोस्पेशियल तकनीक?
बनाना. अब टू- डाइसनल हो, थ्री-डायशनल हो, थ्री-डायटिशनल हो, अंतरिक्ष से हवा के क्षेत्र हो, या फिर हवा में उड़ने वाले खेत हों। इन नक्शों के कार्य. कृषि, रक्षा, ढांचागत विकास, मौसम, अपडेट भी।
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