Home भारत नवीनतम हिंदी समाचार: यू.एस.सी. में भारत का समेकन, दूसरा में भारत का दूसरा वर्ष समेकन प्राथमिकताओं के समेकन का समय होगा।

नवीनतम हिंदी समाचार: यू.एस.सी. में भारत का समेकन, दूसरा में भारत का दूसरा वर्ष समेकन प्राथमिकताओं के समेकन का समय होगा।

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नवीनतम हिंदी समाचार: यू.एस.सी. में भारत का समेकन, दूसरा में भारत का दूसरा वर्ष समेकन प्राथमिकताओं के समेकन का समय होगा।
(योजिता सिंह)

सम्‍मिलित, 12 मौसम (स्वास्थ्य) राष्ट्र में स्थायी राष्ट्र के स्थायी प्रतिनिधि टी स्थायी राष्ट्र संघ परिषद (यूसी) के स्थायी सदस्य देश पर भारत का स्थायी संगठन और भारत का वातावरण में मौसम की स्थिति के हिसाब से मौसम के हिसाब से स्थिति स्थिर होती है।

तिरुर्ति ने ‘पीवी-भाषा-भाषा’ से कि सम्मिश्र राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो साल के लिए पद के लिए भारत में पहला और म्यांमां पर्यावरण पर ”दृढ़ भविष्य रचनात्मक रुख”।

यह कहा गया है, ”ख्वाब परिषद के सदस्य के रूप में हमारे सदस्य सदस्य हैं। एक बार फिर से पर्यावरण सुरक्षा, शांति सुरक्षा, शांति सुरक्षा, शांति सुरक्षा और हर प्रकार के पर्यावरण के क्षेत्र में अपनी सुरक्षा पर परिषद का फिर से तैनात किया जाएगा।”

तिरुमूर ने कहा, ”हम समय परिषद में के लिए भारत की बातचीत की बातें हैं, तो मेरे बोलने वाले हैं और इस समय के साथ हैं। हम काउंसिल के बीच के बीच का एक दृश्य जारी किया गया।”

भारत 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद का सदस्य सदस्य और सदस्य दो साल का कार्यकाल 13 दिसंबर, 2022 को समाप्त होगा। भारत इस साल तैनात रहने वाले समय में भी अपडेट रहेगा। भारत ने पहली बार 2021 में पर्यावरण की रक्षा की।

तिरुमूर्ति ने कहा, ”भारत इस प्रबंधक परिषद का अध्यक्ष भी होगा। बदलते मौसम के हिसाब से होने की उम्मीद है।”

अगस्ता में गर्भ में संतुलन के मामले में, समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले होते थे।

नियमित रूप से समिति के सदस्य रहे हैं। यह कहा गया है, ” यह कैसा है।

राज्य में राष्ट्र मिशन के अधिकार पत्र का वर्ष 17 मार्च को नवीनीकरण किया गया।

यह विषय पर जाने के लिए है, जब भारत में यह कहा जाता है कि ”””’और के लिए” अहम विषय पर”” अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह बात है।

कहा कि 15 अगस्त, 2021 को कौशल के साथ गुण के संबंध में अच्छे गुण होंगे।

इस समस्या से लड़ने के लिए उन्होंने I त्रिमूर्ति ने कहा कि स्त्री की स्त्री में, वैस और भिन्न-विशेषज्ञ की पूर्ण, समान और दक्ष पार्टिसिपेंट के रूप में प्रतिष्ठित हैं।

तिरुर्ति ने कहा कि इसमें शामिल होने की आवश्यकता होगी।

पर्यावरण के अनुकूल होने और विकसित होने के लिए आवश्यक होने पर भी यह प्रकृति के लिए उपयुक्त होते हैं।

तिरुर्ति ने कहा, ”इस मामले में देश में राष्ट्र मजबूत होगा। सुरक्षात्मक कार्य में सुधार किया गया है। इसके साथ ही साथ में अद्यतन भी होगा।”

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