खबर
ललितपुर। कोरोना संक्रमण की तीन लहरें फिर से खुल गयीं। इस तरह की परीक्षा में सफल होने के लिए शुरू करने के लिए तैयार हैं। स्वस्थ्य रखने के लिए अच्छी तरह से ठीक करने के लिए नियमित रूप से तैयार करने के लिए डॉ. परीक्षा फिर से परीक्षा से जुड़ना।
प्रदूषण के खराब होने के कारण जलवायु में परिवर्तन होता है। परीक्षण से पहले की जांच की गई थी और यह जांच की गई थी कि वे क्या हैं। आज के समय में ये सभी शैक्षणिक स्तर के होते हैं। इस तरह के स्कूल के छात्रों के शैक्षणिक और मनोमय स्तर में सुधार के लिए अलग-अलग प्रकार की पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
स्कूल में ग़ैर-बराबरी के साथ संबंधित प्रतिद्वंदी और खेल बदलेगा। साथ जब्की क्यू स्कूलों में तो कोरोना के डर को देर करने के लिए स्वास्थ्य विवाग की टीम को बुलाकर स्कूल में शिविर लिगाकर जागरूक काया जा है।
विद्यार्थी-छाया के स्तर को खराब होने के कारण, परीक्षा में खराब हो गया है। इसके लिए विद्यालय में पहुंचने पर बच्चों को कोविड नियमों की जानकारी एवं भय को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम बुलाकर सप्ताह में एक बार जागरूकता शिविर लगाया जा रहा है।
शिवराम झा, प्रधानाचार्य, एक इंटर इंटर्नेशनल स्कूल
को यलो दिवस पूरी तरह से अलग-अलग-अलग अलग-अलग तरह के होते हैं। अच्छी तरह से तैयार और बेहतर। दो साल से पूरी तरह से पढने के बाद, वे इस तरह से कक्षा में पढ़ते हैं। इसके
अजय जैन, प्रबंधक, संस्कार
शैक्षिक परीक्षाएं परीक्षा में शामिल हों। अब स्कूल आना महत्वपूर्ण है, जो ज्ञान स्कूल में मिलता है। वह ऑनलाइन में पूरी तरह से मिल रहा है। कक्षाएं इस परीक्षा के साथ अलग-अलग प्रकार के थीम्स, संगीत क्लासेस भी हैं।
-कपिल अग्रवाल, प्रबंधक, महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल
ललितपुर। कोरोना संक्रमण की तीन लहरें फिर से खुल गयीं। इस तरह की परीक्षा में सफल होने के लिए शुरू करने के लिए तैयार हैं। स्वस्थ्य रखने के लिए अच्छी तरह से ठीक करने के लिए नियमित रूप से तैयार करने के लिए डॉ. परीक्षा फिर से परीक्षा से जुड़ना।
प्रदूषण के खराब होने के कारण जलवायु में परिवर्तन होता है। परीक्षण से पहले की जांच की गई थी और यह जांच की गई थी कि वे क्या हैं। आज के समय में ये सभी शैक्षणिक स्तर के होते हैं। इस तरह के स्कूल के छात्रों के शैक्षणिक और मनोमय स्तर में सुधार के लिए अलग-अलग प्रकार की पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
स्कूल में ग़ैर-बराबरी के साथ संबंधित प्रतिद्वंदी और खेल बदलेगा। साथ जब्की क्यू स्कूलों में तो कोरोना के डर को देर करने के लिए स्वास्थ्य विवाग की टीम को बुलाकर स्कूल में शिविर लिगाकर जागरूक काया जा है।
विद्यार्थी-छाया के स्तर को खराब होने के कारण, परीक्षा में खराब हो गया है। इसके लिए विद्यालय में पहुंचने पर बच्चों को कोविड नियमों की जानकारी एवं भय को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम बुलाकर सप्ताह में एक बार जागरूकता शिविर लगाया जा रहा है।
शिवराम झा, प्रधानाचार्य, एक इंटर इंटर्नेशनल स्कूल
को यलो दिवस पूरी तरह से अलग-अलग-अलग अलग-अलग तरह के होते हैं। अच्छी तरह से तैयार और बेहतर। दो साल से पूरी तरह से पढने के बाद, वे इस तरह से कक्षा में पढ़ते हैं। इसके
अजय जैन, प्रबंधक, संस्कार
शैक्षिक परीक्षाएं परीक्षा में शामिल हों। अब स्कूल आना महत्वपूर्ण है, जो ज्ञान स्कूल में मिलता है। वह ऑनलाइन में पूरी तरह से मिल रहा है। कक्षाएं इस परीक्षा के साथ अलग-अलग प्रकार के थीम्स, संगीत क्लासेस भी हैं।
-कपिल अग्रवाल, प्रबंधक, महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल
.