Home व्यापार विदेश मंत्री जयशंकर बोल-विचार पर वैभाषी हैं: विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- यूरोपीय देश व्यापार पर दोहरा मापदंड अपनाते हैं

विदेश मंत्री जयशंकर बोल-विचार पर वैभाषी हैं: विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- यूरोपीय देश व्यापार पर दोहरा मापदंड अपनाते हैं

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विदेश मंत्री जयशंकर बोल-विचार पर वैभाषी हैं: विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- यूरोपीय देश व्यापार पर दोहरा मापदंड अपनाते हैं

‘रायसीना डायलॉग्स’ के नाम से कार्यक्रम में बाहरी मंत्री एस जयशंकर ने वायु-यू कनस्तर के बीच जारी युद्ध (रूस-यूक्रेन युद्ध) की स्थिति में ‘नियम-आधारित प्रबंधन’ का था।

न्यूज नेशन ब्यूरो | द्वारा संपादित : प्रदीप सिंह | अपडेट किया गया: 27 अप्रैल 2022, 07:23:25 अपराह्न

एस जयशंकर

s जयशंकर, विदेश मंत्री, भारत सरकार (फोटो साभार: TWITTER HANDLE)

नई दिल्ली:

विदेश एस जय (बाहरी मामलों के मंत्री एस जयशंकर) ने पश्चिमी क्षेत्र के प्र मंत्री में तीखाहार है। कहा, ‘भारत हमेशा से ही नियम-आधारित व्यवस्था (नियम-आधारित आदेश) का धुरधर है। शरीर में रहने वाले स्थान में रहने वाले गुण जैसे रहने वाले होते हैं। ️ एशिया ️ हमें️️️️️️ .

जयशंकर नई दिल्ली में समझौता और भारतीय विदेश नीति से खतरनाक ‘रायसीना संवाद’ के नाम से कार्यक्रम में बोलें। सिस्टम-यू-यूरेनस युद्ध के बीच-बीच में युद्ध प्रणाली की स्थितियों में ‘-बेसिंग’ का प्रबंधन इस समूह के भारत-चीन के बीच 2020 में सीमा-संक्रमण के बीच में पश्चिम के मध्य में वायु पर प्रश्न खड़े होंगे। स्थिर रहने के दौरान, ‘. को भी। विश्वस्त बार-बार-बार-. यह ध्यान नहीं दिया। इसके बावजूद हमने तो अपने मसले सुलझा लिए। आगे बढ़ रहा है और लगातार देख रहा है। इस बार भी हम बार-बार दोहराते हैं। आगे। युद्ध बंद करना। डील-डौल और व्यवस्था-आधारित प्रणाली विश्वस्तर पर व्यवस्था, इस पर विचार। हर समस्या का स्थायी समाधान।’

यह भी आगे: उर्मुलौं ने केंद्र सरकार से पूछताछ की, कौन से लाउड़ ऊदबिलाव चुनें?

! समस्याओं के समाधान के साथ. उदाहरण के लिए, चीन के साथ सीमाई-विवाद और साथ में। जबकि ये दोनों दोनों देश देश e पश rurह ही r ही r ही raytaur को ranirे rayr pur pur pur pur pur pur pur pur pur pur pur pur pur purते rurते rur pur pur pur pur pur pur pur purहे हैं हैं। अब भी दे रहे हैं।

जयशंकर (एस जयशंकर) ने, ‘टाइम्स को बदल दिया है। अब भारत को खुश रहने के बाद, अपनी बैटरी के साथ अपनी बैटरी के साथ भिन्न होगा।’ ‘जब हम भारत के 75 धूप वाले मौसम के लिए भी हों तो ये है हैम रखने के लिए। ये भी बैठने के लिए अलग-अलग समय में बैठने की स्थिति में और बेहतर स्थिति में हों। अलाइन 25 सालों में। और जब तक 25 दिन के लिए हों, तब तक ऐसा ही होगा। अपनी क्षमता और क्षमता में वृद्धि करें। इस पर ख़तरा।’





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पहली बार प्रकाशित: 27 अप्रैल 2022, 07:20:23 अपराह्न


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