Home भारत श्रीलंका संकट: सरकार सस्सी, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे इस्तीफा नहीं देंगे, राणातुंगा ने भारत की प्रशंसा की – संकट: सरकार ने कहा- राष्ट्रपति गोटाबाया नहीं दैत्य, रणतुंगा नें की भारत की उपाधि

श्रीलंका संकट: सरकार सस्सी, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे इस्तीफा नहीं देंगे, राणातुंगा ने भारत की प्रशंसा की – संकट: सरकार ने कहा- राष्ट्रपति गोटाबाया नहीं दैत्य, रणतुंगा नें की भारत की उपाधि

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श्रीलंका संकट: सरकार सस्सी, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे इस्तीफा नहीं देंगे, राणातुंगा ने भारत की प्रशंसा की – संकट: सरकार ने कहा- राष्ट्रपति गोटाबाया नहीं दैत्य, रणतुंगा नें की भारत की उपाधि

विश्व, अमर उजाला, कोलंबो

द्वारा प्रकाशित: अमित मंडल
अपडेटेड बुध, 06 अप्रैल 2022 09:50 PM IST

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आपदा में संकट के बीच के संचार ने कहा कि इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रपति के लिए आवश्यक है।

खबर

भविष्य में संकट के बीच में ने कहा कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे एक भी भविष्य में विफल होंगे। ️ समस्याओं️ समस्याओं️️️️️️ इस रोग की रक्षा के लिए भी उन्हें प्रभावित किया गया है। गोटाबाया ने देश के पर्यावरण संकट की स्थिति को नियंत्रित किया है- प्रदर्शन और डिसटैट की स्थिति के अनुसार, एक सदस्य के रूप में। देश में प्रदर्शन का कार्यक्रम जारी है। ब्यूरो के कार्यकारी अधिकारी और पर्यावरण के प्रतिकूल प्रदर्शन।

भारत ने और सहायता
इस बीच भारत सरकार ने सहायता प्रदान की। रोग में उच्चा रोग ने कहा कि 24 रोग रोग में 30 हजार रोग रोग और 40 हजार रोग बीमार है। अब तक भारत की ओर से अलग-अलग प्रकार के कीटाणुओं के कुल 270,000

मंत्री ने कहा, ‘विवरण’
लोकसभा में बैठक के विषय में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रपति के पद के लिए यह सही है। फन्दो ने दावा किया कि देश में जीत हासिल करने में जन विमुक्ति पे (जेबीबी) पार्टी का टेबल है। यह कहा गया था कि यह उचित नहीं है। संकट से बचाव के लिए सरकार की सहायता करना।

मध्य लोकतंत्र की संकेतक
वयस्क वामपंथी जन वामपंथी पर्यावरण में बदलने के लिए प्राकृतिक स्थिति में थे। भविष्य में आगे बढ़ने के लिए। कम से कम डेटा होने के लिए, एक कार्यक्रम होना चाहिए। निर्वाचक तत्व होना चाहिए।

अर्थव्यवस्था में भी संकट
संकट में हैं। जब तक सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं हुई, तब तक सरकार ने इसे रद्द कर दिया था। अध्यक्ष गोटाबाया ने सोमवार को अपने भाई बास्प राजे को प्रोबेशन की प्रोबेशन की स्थिति में परिवर्तित किया, जो सभी को नए अंतरिक्ष मंत्री अली साबरी ने 24 घंटे में परिवर्तित किया।

रणतुंगा ने की भारत की खिताबी
भारत के लिए संकट के संकट और मंत्री अरुण रणतुंगा ने देश को संकट के संकट के लिए मदद की। रणतुंगा ने कहा कि इस सरकार ने अपने फायदे के लिए संपूर्ण संविधान को बदल दिया है। भारत हमारा बड़ा भाई। वे प्रकार के अनुरूप हैं। भारत रसायन सहायता कर रहा है। रणतुंगा ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्हें मीडिया से कहा जाना अतेनरराष्ट्र के हवाई अड्डे को शुराजो के लिए पदद देने में पीएम मोदी ने मुखाईई। भारत हमारे लिए बड़े भाई के समान है।

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भविष्य में संकट के बीच में ने कहा कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे एक भी भविष्य में विफल होंगे। ️ समस्याओं️ समस्याओं️️️️️️ इस रोग की रक्षा के लिए भी उन्हें प्रभावित किया गया है। गोटाबाया ने देश के पर्यावरण संकट की स्थिति को नियंत्रित किया है- प्रदर्शन और डिसटैट की स्थिति के अनुसार, एक सदस्य के रूप में। देश में प्रदर्शन का कार्यक्रम जारी है। ब्यूरो के कार्यकारी अधिकारी और पर्यावरण के प्रतिकूल प्रदर्शन।

भारत ने और सहायता

इस बीच भारत सरकार ने सहायता प्रदान की। रोग में उच्चा रोग ने कहा कि 24 रोग रोग में 30 हजार रोग रोग और 40 हजार रोग बीमार है। अब तक भारत की ओर से अलग-अलग प्रकार के कीटाणु के कुल 270,000

मंत्री ने कहा, ‘विवरण’

लोकसभा में बैठक के विषय में कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रपति के पद के लिए यह सही है। फन्दो ने दावा किया कि देश में जीत हासिल करने में जन विमुक्ति पे (जेबीबी) पार्टी का टेबल है। यह कहा गया था कि यह उचित नहीं है। संकट से बचाव के लिए सरकार की सहायता करना।

मध्य लोकतंत्र की संकेतक

वयस्क वामपंथी जन वामपंथी पर्यावरण में बदलने के लिए प्राकृतिक स्थिति में थे। भविष्य में आगे बढ़ने के लिए। कम से कम डेटा होने के लिए, एक कार्यक्रम होना चाहिए। निर्वाचक तत्व होना चाहिए।

अर्थव्यवस्था में भी संकट

संकट में हैं। जब तक सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं हुई, तब तक सरकार ने इसे रद्द कर दिया था। अध्यक्ष गोटाबाया ने सोमवार को अपने भाई बास्प राजे को प्रोबेशन की प्रोबेशन की स्थिति में परिवर्तित किया, जो सभी को नए अंतरिक्ष मंत्री अली साबरी ने 24 घंटे में परिवर्तित किया।

रणतुंगा ने की भारत की खिताबी जीत

भारत के लिए संकट के संकट और मंत्री अरुण रणतुंगा ने देश को संकट के संकट के लिए मदद की। रणतुंगा ने कहा कि इस सरकार ने अपने फायदे के लिए संपूर्ण संविधान को बदल दिया है। भारत हमारा बड़ा भाई। वे प्रकार के अनुरूप हैं। भारत रसायन सहायता कर रहा है। रणतुंगा ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्हें मीडिया से कहा जाना अतेनरराष्ट्र के हवाई अड्डे को शुराजो के लिए पदद देने में पीएम मोदी ने मुखाईई। भारत हमारे लिए बड़े भाई के समान है।

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