कार्यक्रम के पूरे संचार ब्रह्मचारी को सक्रिय रूप से कार्य करने के लिए सक्रिय किया जाता है
– फोटो : भिवानी
खबर
भिवानी। अध्यक्ष के अध्यक्ष ज्ञानचंद ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिक का मान सम्मान में है, जो महानता का संकेतक है। वे मकबंड़ भारत माता सेवा चैरिज ट्रस्ट द्वारा निर्मित जावेदी भारत माता मंदिर के शिलान्यास में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
मुख्य अतिथि ज्ञानचंद ने बताया कि यह वास्तविक समय है। यह कहा गया था कि अखंड भारत माता मंदिर के भविष्य का फैसला होगा। यह संदेश पोस्ट करने के लिए पोस्ट करें। देश की स्वतंत्रता में अपने परिवार की रक्षा की घोषणा की गई थी।
सात स्तम मंदिर
सात मंदिर की दर्शन में भारतीय संस्कृति का दर्शन होता है। एक विवाह परशुभ परिचारिकाओं ने जानकारी में शामिल होंगे। अखंड भारत माता का यह शानदार और अद्भुत होगा, जो सूक्ष्म काशी को पूर्ण काशी का सुखाड़ होगा। मंदिर के महात्माओं के सैनी पंडितजी. कृषि मंत्री प्रभामंडल, पंचकूला से अग्नि अखाड़ा ब्रह्मब्रह्म आरके मित्तल, शिक्षा बोर्ड के डॉक्टर जगबीर सिंह, युवा प्रभा प्रधान शंकर धूप, शिवद्रदीप दुदेजा नारायण शास्त्र, युवा जन्म वीर कौशिक,पाल, संजय देवसरिया गुण।
मन में भी रामली का मंचन भारतीय संस्कृति का सम्मान: पूर्णानंदब्रह्मचारी
पंचकूला से कहा गया है कि अखाड़ा के पूर्णादृष्टा पूर्णाध्याय का वातावरण है कि यह भारतीय संस्कृति का सम्मान है। वह कहा था कि काल का चक्र है। जहां से शुरू हुआ है, मुड़ना अंत अंत है। जो भी वीर है, वसुंधरा का आवास है। उनके भारत माता माता चैरि मेज विश्वास के अरेन्द्रेश कुमार की भी प्रशंसा की। कृषि प्रबंधक ने कहा कि अखंड भारत का भारतीयता की अवधारणा को आगे। उस समाज के हर वर्ग के समर्थन से अखंड भारत माता के मंदिर का निर्माण होगा।
भारत मानव, देव : इंद्रेश
भारत माता सेवा चैरि प्रबंधन के कार्यकर्ता आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकर्ता सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार ने गीता के संदेश को भारतीयता से जोड़ा। प्रेम की भावना सर्वोपरि है। वे पूरे विश्व के लिए स्मृति चिन्ह थे। आज का भारतीयता और राष्ट्रीयता को जुड़ना। इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत का महत्व यह है कि यह एक खतरनाक देश है, जो मनुष्य नहीं है। भारत देव देश है। कार्यालय की स्थिति की स्थिति में है। बैठक में महंत डॉ. अशोक बृधिराज, महामंडलेश्वर कर्णपुरी महाराज, महंत कालीदास, डॉ. बंतानंद सरस्वती महाराज, महंत ओम नाथ, आयुर्वेदाचार्य दयानंद बाबरी ने अपना आशीर्वाद दिया।
2007 में थान के मंदिर निर्माण का संकल्प :
शादी के बाद टीम ने नियुक्त किया, तो उसने ऐसा किया। आज यह प्रेग्नेंट प्रेग्नेंट है।
भिवानी। अध्यक्ष के अध्यक्ष ज्ञानचंद ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिक का मान सम्मान में है, जो महानता का संकेतक है। वे मकबंड़ भारत माता सेवा चैरिज ट्रस्ट द्वारा निर्मित जावेदी भारत माता मंदिर के शिलान्यास में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
मुख्य अतिथि ज्ञानचंद ने बताया कि यह वास्तविक समय है। यह कहा गया था कि अखंड भारत माता मंदिर के भविष्य का फैसला होगा। यह संदेश पोस्ट करने के लिए पोस्ट करें। देश की स्वतंत्रता में अपने परिवार की रक्षा की घोषणा की गई थी।
सात स्तम मंदिर
सात मंदिर की दर्शन में भारतीय संस्कृति का दर्शन होता है। एक विवाह परशुभ परिचारिकाओं ने जानकारी में शामिल होंगे। अखंड भारत माता का यह शानदार और अद्भुत होगा, जो सूक्ष्म काशी को पूर्ण काशी का सुखाड़ होगा। मंदिर के महात्माओं के सैनी पंडितजी. कृषि मंत्री प्रभामंडल, पंचकूला से अग्नि अखाड़ा ब्रह्मब्रह्म आरके मित्तल, शिक्षा बोर्ड के डॉक्टर जगबीर सिंह, युवा प्रभा प्रधान शंकर धूप, शिवद्रदीप दुदेजा नारायण शास्त्र, युवा जन्म वीर कौशिक,पाल, संजय देवसरिया गुण।
मन में भी रामली का मंचन भारतीय संस्कृति का सम्मान: पूर्णानंदब्रह्मचारी
पंचकूला से कहा गया है कि अखाड़ा के पूर्णादृष्टा पूर्णाध्याय का वातावरण है कि यह भारतीय संस्कृति का सम्मान है। वह कहा था कि काल का चक्र है। जहां से शुरू हुआ है, मुड़ना अंत अंत है। जो भी वीर है, वसुंधरा का आवास है। उनके भारत माता माता चैरि मेज विश्वास के अरेन्द्रेश कुमार की भी प्रशंसा की। कृषि प्रबंधक ने कहा कि अखंड भारत का भारतीयता की अवधारणा को आगे। उस समाज के हर वर्ग के समर्थन से अखंड भारत माता के मंदिर का निर्माण होगा।
भारत मानव, देव : इंद्रेश
भारत माता सेवा चैरि प्रबंधन के कार्यकर्ता आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकर्ता सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार ने गीता के संदेश को भारतीयता से जोड़ा। प्रेम की भावना सर्वोपरि है। वे पूरे विश्व के लिए स्मृति चिन्ह थे। आज का भारतीयता और राष्ट्रीयता को जुड़ना। इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत का महत्व यह है कि यह एक खतरनाक देश है, जो मनुष्य नहीं है। भारत देव देश है। कार्यालय की स्थिति की स्थिति में है। बैठक में महंत डॉ. अशोक बृधिराज, महामंडलेश्वर कर्णपुरी महाराज, महंत कालीदास, डॉ. बंतानंद सरस्वती महाराज, महंत ओम नाथ, आयुर्वेदाचार्य दयानंद बाबरी ने अपना आशीर्वाद दिया।
2007 में थान के मंदिर निर्माण का संकल्प :
शादी के बाद टीम ने नियुक्त किया, तो उसने ऐसा किया। आज यह प्रेग्नेंट प्रेग्नेंट है।
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