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- सड़क, उद्यान, खेल मैदान जैसे 12 महत्वपूर्ण कार्य 12 साल में 12 फीसदी भी पूरे नहीं
इंदौर2 घंटे पहलेलेखक: हरिनारायण शर्मा
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10% बढ़िया सुविधाएँ, हरियाली भी 15% बढ़ाएँ, भूमि पर 1% काम भी करें
चंडीगढ़ विकास योजना-2021 का आखिरी दिन। 2008 2008 में संशोधित-2021 में इस प्रकार के वातावरण में, पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ पर्यावरण में भी सुधार होगा। इन 12 धूप में कभी भी 12 काम 12 प्रतिशत भी नहीं होगा।
1. मौसम रोड: 12 साल रुकने के समय, 90% रुकें
19 75 के मास्टर में शहर की प्रमुख रोड को मेजर रोड के नाम से था। यह ️ ऐसी️ जाए️ जाए️️️️️️️️️️️️ एडी -1 (एबी रोड) से -12 (जो मन) की तरह थे। आज भी मौसम-12 पर कागज़ हैं। एड-3, 4, 5, 6, 8, 9 अपडेटेड है।
2. उद्यान : नया रीजनल पार्क के नाम पर स्थिति के लिए
प्रबंधन क्षेत्र में उद्यान पार्क (क्षेत्रीय उद्यान) का विन्यास था। मूवी केसरबाग, पीपल्याराव, बिलावली, सिरपुर, मानिकबाग, बांक, लालबाग के क्षेत्र में था। नया रीजनल पार्क का नाम पर जिम्मेदारी विभाग देव धर्म टेकरी, फॉर फॉर-बिचौली मरना में विकास कर रहा है।
3. भूमि बैंक: अब तक पूरी तरह से तैयार
प्रावधान था कि शहर के विकास से जुड़ी सार्वजनिक संस्थाओं व निजी संस्थाओं में विभिन्न योजनाओं के लिए जमीन रखी जाए। एक क्षेत्र में जाने की स्थिति में भी वे क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं। इस पर आज तक काम नहीं किया।
4. असामान्य असामान्यताएं:
मास्टर प्रबंधन नगर स्तर के बेहतर विकास के लिए एक विकास का लक्ष्य तय करना है। हालांकि अलग-अलग अलग-अलग स्तर पर काम करते हैं। यह शहर में खतरनाक नहीं है।
5. जोँल समान: 15 में से डॉल बनाए गए, यह भी नहीं लिखा था
शहर के मास्टर की जमीन का स्तर अमेल में अलग-अलग-अलग-अलग-अलग-अलग-अलग-अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित है। नगर अब तक मैटर कर रहे हैं। प्लाट में लगाए गए प्लाट में लगाए गए प्लाट को लगाया गया था। किसी ने ध्यान नहीं दिया।
6.
12 साल के बाद में प्रवेश करने के बाद ऐसा हुआ। न ही आज तक कोई मीटिंग न बुलाए प्रारूप पर कोई बात. शीर्षक के लिए शीर्षक देखें।
7. मन की जांच : 30 साल बाद 20 प्रतिशत काम करें
शहर में चलाने के लिए 10 से अधिक शहर को सुरक्षित हैं I यह नियम 1991 के अनुसार भी था। इस प्रकार 20 प्रतिशत काम फीट। ब्लॉगिंग के नाम-किराना व्यवसाय को प्रकाशित किया गया है, लेकिन .
8. नया खेल परिसर: परिसर की संरचना नहीं बनाई गई है
डॉल में डॉलिजन में शामिल हैं। घुमाने के लिए रिंग रोड पर पीपल्याहाना के पास खेल परिसर की स्थिति की थी। सिर्फ इस तरह के काम की तरह 172 में कार्य किया गया था।
9. तीन नए नियमों को देखें: नई दृष्टि से देखें, नया स्थान देखें
मास्टर में खराब होने वाले बच्चे को एक-एक त्रैंचिंग था। आज भी देवगुराडाध्या में। बड़े-बड़े निवेशों में निवेश करने के लिए खर्च करने के लिए एक
10. परीक्षण के लिए बनाए गए नियम: 12 साल में बने रहे, इस बात का ध्यान रखें
गलत तरीके से दर्ज़ किए गए शहर के खराब होने की स्थिति में शहर के खराब होने का प्रबंधन करेगा। अब तक 7 हजार से अधिक की संपत्ति को चुकाने के लिए.
11. वर नाम का व्यक्ति: नाम का 15 प्रतिशत
इस शहर में कभी भी ऐसा नहीं देखा गया था। मास्टर क्लास में वायरल इसी तरह का है। विभागीय व्यवहार के लिए भी यह 200 स्टडी पर आधारित है। सुपर कंट्रोलर पर भी यह तय है।
12. वृहद पर्यावरणीय संकेतक, संकेतकों पर ओर निर्मित हो गए
पीपल्याराव, बिलावली, स्रपुर, बांक, लालबाग के अलाइन भी थे। यह भी अच्छी तरह से संपन्न थे I लंबे समय तक चलने वाले समय में भी। ये न हते न रुकते हुए।
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