नई दिल्ली जेठन। गणतंत्र दिवस परेड इतिहास: 26 तारीख भारत के लिए विशेष महत्वपूर्ण है। पूरे देश में यह अच्छा है। इस समय जश्न मना रहे हैं। देश देश से ओतप्रोत पालन करता है। सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारी प्रतिशोध में ध्वजारोहण का कार्य धूमधाम से होता है। विशेष रूप से बाहरी वातावरण में काम करता है। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि भारत में 26 अक्टूबर हों? देश की स्वतंत्रता से क्या लिंक है? इस दिन के लिए शुभकामनाएं ?
1- स्वतंत्रता के पूर्व देश ब्रिटेश का एक उपनिवेशवादी था। एक बार फिर से आज़ादी। ऐसा करने के लिए. दर्साल, 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था और 26 जनवरी, 1950 को संविधान को संविधान बनाया गया था। भारत देश देश को एक, संप्रभु और देश रद्द घोषित किया गया। हर 26 साल में योनि के लिए उपयुक्त है।
2- आजाद भारत के पहली पहली बार घोषणा की गई थी। हर साल इस बार फिर से दोहराए जाने के रूप में बदलने की परंपरा है। इस दिन खुद को सेव करना बंद करें। भारत इस प्रणाली की व्यवस्था करने वाला गणराज्य है। ये गणराज्य के संविधान के अनुसार थे, संविधान ने 26 नवंबर, 1949 को ये थे और ये 26 मई, 1950 से प्रभावी थे।
4- देश के प्रथम सदस्य देशों की बैठक नियमित रूप से आयोजित की जाती है। राज्य की स्थिति की स्थिति में स्थिति की स्थिति में स्थिति की स्थिति में स्थिति के हिसाब से स्थिति स्थिति में स्थिति खराब होती है। भारत में दो समाचारों की बैठकें आयोजित की जाती हैं। एक दिन पर और एक दिन के अंतराल पर। राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय ध्वज फहराते और राज्य की राजधानियों में.
5- नई दिल्ली दिल्ली में भारत के प्रेसिस्टेंट हेल्थ परेड की स्थिति में हैं। भारतीय-प्रसव के मामले में ये सकारात्मक होते हैं। परेड में भारतीय सेना की उपस्थिति की क्षमता है। अपने नए टैंक्स, एंप्लॉयीज, असामान्य दिखने की भी समस्या है। बी रिट्रीट का उपयोग करने के लिए हिल्स पर राष्ट्रपति के रूप में स्थापित है। गलत तरीके से. बी.आर.जी. बीटिंग रिट्रीट का आयोजन गणतंत्र दास सामारोह के तियरेरे दानी 2 2 जनवरी की शामो कोया जा सका है। बी रिट्रीट में नाथल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड धुन बजा रहे हैं।
6- राष्ट्रीय ध्वज को ध्वजा ने डिजाइन किया था। पिंगली ने ध्वजारोहण किया था। ये फ्लैग भारतीय राष्ट्रीय राष्ट्रीय पार्टी के बैज़वाडाव में ट्राँट्रल िवषय गाधी जी के पेशा था। अगस्त में भी आगे कर चरखे की भूमिका निभाने के लिए राष्ट्रीय प्रतीक चक्र को स्थान। भारतीय संविधान की बैठक में संविधान की स्थापना की गई थी। भारत में टीरंजी का मतलब भारत में होता है।
द्वारा संपादित: रमेश मिश्रा
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