कानपुर, पहली बार 29 अक्टूबर, 2021, 8:38 PM IST प्रकाशित हुआ
नगर: उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश) की उद्यम नगर नगर नगर (कानपुर) में वाल्मीकिम का मार्केट। Movie कला, साहित्य और दोस्ती-भाव के साथ सौहार्दपूर्ण की भाभी भी देखें। श्री राम सेवा की ओर से भजन की गई पाठ्य सामग्री में संशोधन किया गया था। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री संप्रभु निरंजन ज्योति (Niranjan Jyoti) में मुख्य रूप से शामिल होते हैं।
बैठकों में सम्मान
इस संचारी संचार के प्रसारण के प्रसारण के साथ संचार के प्रसारण के लिए संचारकर्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में संचार किया। इसके बैठक में स्वच्छता, डॉक्टरी, संपन्न हुई और को भी शामिल किया गया। सम्मान पाकर सफाईकर्मी विभोर हो गए। सम्पादित स्वच्छता ने कहा कि यह इस प्रकार के अवसर हैं। श्री राम सेवा का आभार।
गोकू राम कागान
इस बैठक के मुख्य अतिथि साध्वी निरंजन ने कहा था कि जो भी प्रकाशित होगा उसे अब लिखा जाएगा। मेद्रेंद्र मोदी (नरेंद्र मोदी) की इच्छा का परिणाम है कि आज देश की दिशा बदली है। सख्त मुलाकात के बाद कंपनी के आने के बाद ऐसा हुआ। जो भी फैसला लिया गया था वह भी अमर हो गए। साध्वी ने कहा कि हिन्दू धर्म में भाई छूत था, अगर तो प्रभु श्रीराम सबरी के जू भी बेर न खाता और ना ही निषाद राज को अपने समान, सीता माता वाल्मीकि के सामुदायिक संगठन । किसी भी उपनिषद या पुराणों में भेद करने का कोई उपाय नहीं है। उस कि महर्षि वाल्कि रामायण में प्रभु श्रीराम के संपूर्ण जीवन को लागू किया गया श्री राम के आदर्श और मरे को देखा गया तो तुलसी कृताकृत श्रीरामित मानस को चाहिए।
सामाजिक सरोकार संगठन पर आधारित है
श्रीराम सेवा के बारे में सामान्य बात यह है कि सामाजिक सरोकार हानिकारक है, यह सामाजिक सरोकार से हानिकारक है, गोवर्धन मिठाइयाँ, गोवर्धन मिठाइयाँ, गुरु स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती का विषय है, धर्मशास्त्र का मालिक है। गया। कोरोना के समय में हर संभव सहायता श्रीराम सेवा ने की। इसके . देश और समाज से ऐसे लाभ मिले हैं जो इस तरह से निरंतर जारी हुए और लिंक्स में वाल्मीकिम का उपयोग किया गया। संस्था का संकल्प है कि भविष्य में सामाजिक सरोकार से हानिकारक जनों को लाभ मिलेगा। अवेस्थेटिक मीडिया क्लब के संचार के बाद यह कैसा महसूस होने वाला है।
मौसम की घटना संकेतक
ऐतिहासिक घटनाओं की झलक दिखाई देती है। कवि सम्मेलनों में बोलचाल का मनोरंजक मनोरंजक। कवियों की कविताओं की कविताओं ने भाग लिया, जब तक कवियित्री अदिबना अदिबना अदीब विराजे मोरे मन मंदिर में लिखीं तो बोलने की आवाज गड़गड़ से गर्जने की। कार्यक्रम का श्रीगणेश श्रीवास्तव ने। एवम पूर्व विधायक रघुनंदन भरिया, वीरेंद्र दुबे, भूपेश अवस्थिती, राजेंद्र सिंह चौहान, राकेश वर्मा स्त्रासेसना, के मिश्रा, मनोज शुक्ला, सरबजीत, अजय शुक्ला, प्रसून तिवारी, इस्ंकू शर्मा संजय सिंह, एविएक्ट ट्रॅम शुभम अवस्थित, अनूप कुमार बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी और समाजसेवा उपलब्ध।
अंतिम अपडेट 29 अक्टूबर, 2021, 8:38 अपराह्न IST
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