7:04 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि एक एक क्षण को नष्ट करने से विद्या बर्बाद हो जाती है उसी तरह कण-कण बर्बाद होने से यानी संसाधनों का प्रयोग नहीं होने से वह व्यर्थ हो जाते हैं।
6:57 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र कोई सत्ता या सरकार की व्यवस्था नहीं है। हमारे लिए राष्ट्र एक जीवित आत्मा है रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना राष्ट्र सेवा का काम है। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि आप रक्षा क्षेत्र से जुड़िए, हम आपके साथ हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना सबसे बड़ी राष्ट्रीय सेवा है। 2014 से पहले देश में केवल 500 स्टार्ट अप थे। 7 साल में 60 हजार स्टार्ट अप इस देश में काम कर रहे हैं। इसमें यूनिकॉर्न बन रहे हैं। बहुत कम समय में यूनिकॉर्न की सेंचुरी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप-यूनिकॉर्न के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।
6:57 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र कोई सत्ता या सरकार की व्यवस्था नहीं है। हमारे लिए राष्ट्र एक जीवित आत्मा है रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना राष्ट्र सेवा का काम है। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि आप रक्षा क्षेत्र से जुड़िए, हम आपके साथ हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना सबसे बड़ी राष्ट्रीय सेवा है। 2014 से पहले देश में केवल 500 स्टार्ट अप थे। 7 साल में 60 हजार स्टार्ट अप इस देश में काम कर रहे हैं। इसमें यूनिकॉर्न बन रहे हैं। बहुत कम समय में यूनिकॉर्न की सेंचुरी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप-यूनिकॉर्न के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।
6:57 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र कोई सत्ता या सरकार की व्यवस्था नहीं है। हमारे लिए राष्ट्र एक जीवित आत्मा है रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना राष्ट्र सेवा का काम है। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि आप रक्षा क्षेत्र से जुड़िए, हम आपके साथ हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना सबसे बड़ी राष्ट्रीय सेवा है। 2014 से पहले देश में केवल 500 स्टार्ट अप थे। 7 साल में 60 हजार स्टार्ट अप इस देश में काम कर रहे हैं। इसमें यूनिकॉर्न बन रहे हैं। बहुत कम समय में यूनिकॉर्न की सेंचुरी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। स्टार्टअप-यूनिकॉर्न के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं।
6:50 PM IST:
सदन में राष्ट्र को लेकर बातें हुईं। ये बातें हैरान करने वाली हैं। यह जानकारी बेहद हैरत में डालने वाली है कि बंगाली, मराठे, गुजराती, तमिल, आंध्र, उडिया, असमी, कन्नड़, मलयाली, सिंधी, पंजाबी, पठान, कश्मीरी, राजपूत और हिंदुस्तानी भाषाभाषी जनता से बसा हुआ विशाल मध्यभाग सैकड़ों वर्षों से अपनी अलग पहचान बनाए है। इसके बावजूद सबके गुण दोष एक से हैं। इसकी जानकारी पुराने अभिलेखों से मिलती है। पंडित नेहरू की किताब में लिखा है- हमारी राष्ट्रीय विरासत एक है। क्या बिना राष्ट्र के ये संभव है। इस सदन का ये कहकर भी अपमान किया गया कि हमारे संविधान में राष्ट्र शब्द नहीं आता। संविधान की प्रस्तावना में लिखा राष्ट्र पढ़ने में न आए। ये हो नहीं सकता। कांग्रेस ये अपमान क्यों कर रही है। मैं इस पर विस्तार से अपनी बात रखूंगा। राष्ट्र कोई सरकार की व्यवस्था नहीं है। हमारे लिए राष्ट्र एक जीवित आत्मा है। विष्णु पुराण में लिखा है – समुद्र के उत्तर में और हिमालय के दक्षिण में जो देश है उसे भारत कहते हैं। उनकी संतानों को भारतीय कहते हैं। विष्णु पुराण का श्लोक अगर कांग्रेस को स्वीकार नहीं है तो एक और कोट इस्तेमाल करूंगा। क्योंकि आपको कुछ चीजों से एलर्जी हो सकती है। उन्होंने राष्ट्र को लेकर नेहरू जी की किताब के भी अंश मोदी ने पढ़े।
6:48 PM IST:
कांग्रेस 1971 से गरीबी हटाओ के नारे पर चुनाव जीतती रही है। 40 साल बाद गरीबी तो हटी नहीं, लेकिन कांग्रेस सरकार ने नई परिभाषा दे दी। देश के नौजवानों को इन बातों को जानना जरूरी है। 2013 में एक ही झटके में उन्होंने कागज पर कमाल करके 17 करोड़ गरीबों को अमीर बना दिया। विपक्ष के हंगामे पर मोदी ने कहा- ये डिस्टर्ब तब करते हैं जब अंदाजा आता है कि चोट बड़ी गहरी होने वाली है।
6:42 PM IST:
मोदी ने कहा- आज अगर कांग्रेस होती तो महंगाई कोरोना के खाते में जमा करने झाड़ करके निकल जाते आप लोग। हम बड़ी संवेदनशीलता के साथ समस्या को महत्वपूर्ण समझकर इसके समाधान के लिए पूरी ताकत के साथ काम कर रहे हैं। आज दुनिया में अमेरिका और अन्य देशों में महंगाई 7 प्रतिशत है। लेकिन हम किसी पर ठीकरा फोड़कर भाग जाने वालों में नहीं हैं। हम इमानदारी से प्रयास करने वाले हैं। इस देश का गरीब इतना विश्वासघाती नहीं है कि कोई सरकार उसकी भलाई के काम करे और वो फिर उसको ही सत्ता से बाहर कर दे। आपकी ये दुर्दशा इसलिए आई कि गरीब को नारों के नाम पर फंसाकर रखोगे। लेकिन गरीब जाग गया। देश का गरीब इतना जागरूक है कि आपको 44 सीटों पर समेट दिया।
6:39 PM IST:
महंगाई सामान्य लोगों से सीधा जुड़ा मुद्दा है। हमने इस मसले को हैंडल करने का प्रयास किया है। कोरोना के बावजूद महंगाई 5.5 प्रतिशत रही है। उसमें भी फूड इन्फ्लेशन 3 प्रतिशत से भी कम रही है। आप अपने समय में वैश्विक परिस्थितयों का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते थे। वैसे कांग्रेस के राज में पंडित नेहरू जी ने लाल किले से क्या कहा… देश के पहले प्रधानमंत्री लाल किले से बोल रहे हैं … कभी – कभी कोरिया में लड़ाई भी हमें प्रभावित करती है। इसके चलते वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं। इति नेहरू जी। भारत के पहले प्रधानमंत्री। और यह हमारे नियंत्रण से भी बाहर हो जाती है। मोदी ने कहा- देश के सामने देश का पहला प्रधानमंत्री हाथ ऊपर कर देता है। आगे कहते हैं – अगर अमेरिका में भी कुछ हो जाता है तो इसका असर भी वस्तुओं की कीमत पर पड़ता है। सोचिए… तब महंगाई की समस्या कितनी गंभीर थी कि नेहरू जी को लाल किले से देश के सामने हाथ ऊपर करने पड़े थे।
6:33 PM IST:
विपक्ष के हमारे कुछ साथियों ने महंगाई का मुद्दा उठाया। अच्छा लगता, देश का भी भला होता, अगर आपकी ये चिंता तब भी होती, जब कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए की सरकार थी। ये दर्द तब भी होना था। आप शायद भूल गए। मैं याद दिलाता हूं। कांग्रेस सरकार के आखिरी पांच सालों में लगभग पूरे कार्यकाल में देश को डबल डिजिट महंगाई की मार झेलनी पड़ी थी। हमारे आने से पहले ये स्थिति थी। तब आपके वित्त मंत्री ने बेशर्मी के साथ कह दिया था कि महंगाई कम करने के लिए किसी अलादीन के चिराग की अपेक्षा न करें। हमारे चिदंबरम जी, जो इन दिनों इकोनॉमी पर लेख लिख रहे हैं, जब सरकार में थे तब क्या कहते थे कि 2012 में लोगों को 15 रुपए की पानी की बोतल और आइसक्रीम खरीदने मे ंपरेशानी नहीं होती लेकिन गेहूं एक रुपए बढ़ जाए तो दिक्कत होती है।
6:30 PM IST:
देश का नौजवान जाग चुका है। पहले जो सरकार चलाते थे, मेक इन इंडिया को लेकर उनका क्या रवैया था। सिर्फ डिफेंस सेक्टर को देखें तो सारी बातें समझ आती हैं। पहले क्या होता था। नए इक्विपमेंट खरीदने की प्रोसेस सालों चलती थी और जब फाइनल निर्णय होता था तो वो आउट ऑफ डेट हो जाती थी। देश का इससे क्या भला हुआ। हमने ये प्रोसेस ठीक की। इन पेंडिंग इश्यु को निपटाया। पहले किसी भी आधुनिक उपकरण के लिए दूसरे देशों को देखना पड़ता था। जरूरत में आपाधापी में आयुध खरीदा जाता था। स्पेयर पार्ट्स के लिए भी हम दूसरों पर निर्भर रहे हैं। लेकिन ऐसे हम देश को सुरक्षित नहीं कर सकते हैं। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होना देश सेवा का काम है। इस बजट में भी हमने ज्यादा से ज्यादा रक्षा उपकरण भारत में ही बनाएंगे ये बजट में प्रावधान किया है। रक्षा क्षेत्र में पहले बड़ी ताकतें अच्छे-अच्छों को खरीद लेती थीं। मोदी ने इन्हें चुनौती दी है। इसलिए वे मोदी पर नाराज होते हैं।
6:27 PM IST:
जो इतिहास से सबक नहीं लेते, वो इतिहास में खो जाते हैं। 60 से 80 के दशक में क्या नेरेटिव था। कांग्रेस के ही सत्ता साथी कांग्रेस के साथ रहकर सुख भोगने वाले लोग पंडित नेहरू जी और इंदिरा गांधी की सरकार को टाटा-बिरला की सरकार कहते थे। तब नेहरू और इंदिरा जी के लिए ये बातें बोली जाती थीं। आपने उनके साथ सत्ता में भागीदारी की। आप भी उसी भाषा को बोल रहे हो। आपकी आदत नहीं बदली। यही लोग सदन में बोलते थे ‘मेक इन इंडिया’ हो ही नहीं सकता है। मोदी ने कहा – आपको तकलीफ होगी, हम कर देंगे। लेकिन देश को गाली क्यों। मेक इन इंडिया से आपको दिक्कत ये है कि इससे कमीशन के रास्ते बंद हो गए। भ्रष्टाचार के रास्ते बंद हुए। तिजोरी भरने के रास्ते बंद हुए इसलिए मेक इन इंडिया का विरोध करो।
6:24 PM IST:
कुछ लोगों को देश के नौजवानों को डराने में गुमराह करने में आनंद आता है। नौजवान इनकी बातें नहीं सुन रहा है, इसलिए देश आगे बढ़ रहा है। आज जो यूनिकॉर्न हैं उसमें से कुछ मल्टीनेशनल कंपनियां बनने का सामर्थ्य रखती हैं। लेकिन कांग्रेस में ऐसे लोग बैठे हैं जो कहते हैं कि ये उद्यमी लोग कोरोना वायरस का वैरिएंट हैं। क्या हो गया है। हमारे उद्यमी कोरोना वायरस का वैरिएंट हैं क्या। ये क्या हो रहा है। कांग्रेस का नुकसान हो रहा है इससे। जो इतिहास से सबक नहीं लेते हैं वो इतिहास में खो जाते हैं।
6:22 PM IST:
स्टार्टअप्स के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। लेकिन सरकार का अंध विरोध करने वाले सुबह-सुबह शुरू हो जाते हैं। अधीर रंजन जी कह रहे थे, क्या रखा है मोदी-मोदी कहते रहते हो। आप एक पल भी मोदी के बिना नहीं बिता सकते। अरे मोदी तो आपकी प्राण फैक्ट्री है। इस पर विपक्ष ने फिर हंगामा किया।
6:20 PM IST:
देश में पहली बार स्ट्रीट वेंडर को बैंक से लोन मिल रहा है। वह डिजिटल ट्रांजेक्शन कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत के तहत हमने लाखों खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए। 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा श्रमिकों को दिया। पीएम गति शक्ति योजना बहुत लाभकारी योजना होने वाली है। मुद्रा योजना से महिलाओं को फायदा हुआ। सिंपल टैक्स सिस्टम की शुरुआत की है। रक्षा्र हमारे देश में सोच बन गई है कि सरकार ही भाग्य विधाता है। 2014 के पहले हमारे देश में सिर्फ 500 स्टार्टअप थे। सात साल में 7000 स्टार्टअप काम कर रहे हैं। बहुत ही कम समय में भारत के यूनिकॉर्न सेंचुरी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे।
6:18 PM IST:
पीएम गति शक्ति से रसद लागत कम होगी और इससे स्थानीय उद्योगों को लाभ होगा। हमारी सरकार ने एमएसएमई की परिभाषा बदल दी और इससे इस क्षेत्र को मदद मिली।
6:16 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि इतने वर्षों तक देश पर राज करने वाले और महलनुमा घरों में रहने के आदी छोटे किसान के कल्याण की बात करना भूल गए हैं। भारत की प्रगति के लिए छोटे किसान को सशक्त बनाना जरूरी है। छोटा किसान भारत की तरक्की को मजबूत करेगा।
6:16 PM IST:
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हो या अन्य सेक्टर। सब बढ़ रहे हैं। MSME में हमारा बड़ा फोकस है। इसकी परिभाषा बदलकर हमने इस सेक्टर को नए अवसर दिए। 3 लाख करोड़ की विशेष योजना शुरू की। इसकी स्टडी एसबीआई ने की। उसके मुताबिक 13.5 लाख एमएसएमई और डेढ़ करोड़ नौकरियां इस पैकेज से बचे हैं। और 14 प्रतिशत एमएसएमई इस पैकेज के कारण बचे। जो सदस्य जमीन पर जाते हैं वो इसके प्रभाव को देख सकते हैं। विपक्ष के कई साथी भी इस योजना की तारीफ करते हैं।
6:14 PM IST:
ये लोग ऐसे हैं जो जमीन से कटे हैं। आपके लिए फाइल सब कुछ है। हमारे लिए 130 करोड़ देशवासियों की लाइफ बदलने के लिए जी जान से जुटे हैं। आज उसी का परिणाम है कि प्रधानमंत्र गति शक्ति मास्टर प्लान। हमने इसे जिला लेवल पर किया। मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट और कनेक्टिविटी पर जोर दे रहे हैं। आजादी के बाद सबसे तेज ग्रामीण सड़कें कहीं बनी हैं तो इस पांच साल में बने हैं। रेलवे लाइनों का बिजलीकरण हो रहा है। आज नए एयरपोर्ट, हेलिपोर्ट का नेटवर्क खड़ा कर रहा है। गांवों में ऑप्टिकल फाइबर का नेटवर्क बन रहा है। इन कामों से रोजगार खड़े होते हैं।
6:11 PM IST:
गुलामी की मानसिकता किसी राष्ट्र की प्रगति के लिए बहुत बड़ा रोड़ा है। आज भी एक ऐसा वर्ग है जो गुलामी की मानसिकता में जकड़ा है। बीसवीं सदी के जो कानून हैं वही कानून उसे कानून लगते हैं। गुलामी की मानसिकता 19वीं सदी का रहन सहन 20वीं सदी का कानून 21वीं सदी की अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर सकते। जिस बदलाव को हमनें अस्वीकार किया उसका परिणाम क्या आया। फ्रेट कॉरिडोर की 2006 में प्लानिंग, 2014 तक का हाल देखिए। 2014 के बाद उसमें तेजी आई। यूपी में सरयू नहर परियोजना 70 के दशक में शुरू हुई। उसकी लागत 100 गुना बढ़ गई। हमारे आने के बाद हमने काम पूरा किया। ये कैसी सोच है।
6:09 PM IST:
जिनकी महलों में बैठने की आदत हो गई है वह देश के छोटे किसानों की समस्याएं समझ नहीं पाए। आगे देख नहीं पाए। आखिर इनके लिए रोड़े क्यों अटकाते हो। इन्हें क्यों संकट में डालते हो। छोटे किसानों के लिए इतनी नफरत क्यों है।
6:08 PM IST:
रिन्यूएबल एनर्जी में देश दुनिया के टॉप फाइव देशों में है। कोरोनाकाल में इतना बड़ा संकट होने के बाद भी हमने रिफॉर्म चालू रखा। यह उसी का परिणाम है। MSME सहित नौ उद्योग को जरूरी समर्थन दिया। नियम प्रक्रिया सरल किया। आत्मनिर्भर भारत के मिशन के लिए भरपूर कोशिश की। ये सारी उपलब्धियां ऐसे हालात में हासिल की जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ी उथल-पुथल चल रही है। सप्लाई चेन चरमराई है। लॉजिस्टिक संकट है। केमिकल फर्टिलाइजर पर संकट है। भारत आयात पर इंडिपेंडेंट है। लेकिन भारत ने किसानों को इस पीड़ा को झेलने के लिए मजबूर नहीं किया। देश ने अपने कंधे पर पूरा बोझ उठाया और किसान पर बोझ नहीं पड़ने दिया। खाद की सप्लाई भी निरंतर जारी रखी। कोरोना संकट में छोटे किसानों के लिए बड़े फैसले लिए।
6:08 PM IST:
पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद मोदी बैठ गए। इस पर विपक्ष के नेता बोले – आप दोबारा सदन में बोल नहीं पाएंगे। इसके बारे अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सदन की गरिमा बनाकर बोलें।
मोदी बोले- सदन में थोड़ी बहुत टोकाटोकी आवश्यक होती है। गर्मी रहती है। लेकिन जब ये सीमा से ज्यादा होता है तो लगता है कि हमारे साथी ऐसे हैं।
मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी के एक सदस्य ने चर्चा की शुरुआत की थी। मैं देख रहा था कि हमारे मंत्री प्रहलाद जी पीछे गए और सबको रोका। वहां से चैलेंज आया कि अगर हमें रोकोगे तो तुम्हारे नेता को वो हाल करेंगे… क्या ये वही हो रहा है। हालांकि, मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि इस सत्र में आपको कोई बाहर नहीं निकालेगा। मैं गारंटी लेता हूं।
6:08 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं। ये भी सही है कि आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंधविरोध लोकतंत्र का अनादर है। पीएम मोदी ने कहा कि कृषि, मोबाइल, डिफेंस, सॉफ्टवेयर तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये आत्मनिर्भर भारत का नतीजा है।
6:01 PM IST:
पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि दुनिया में बड़ी-बड़ी कॉन्फ्रेंस करके भारत को बदनाम करने की कोशिश की गई। बड़े-बड़े पंडितों ने जाने क्या क्या कहा। हम समझ से ज्यादा समर्पण से लगे थे। हम जिस रास्ते पर चले, आज विश्व मानता है कि भारत ने जिस आर्थिक नीतियों को लेकर कोरोना काल में अपने आप को आगे बढ़ाया वह अद्भुत है। भारत आज दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था है। इस कोविड काल में भी किसानों ने रिकॉर्ड पैदावार की। सरकार ने रिकॉर्ड खरीदी की। दुनिया के अनेक देशों में खाने का संकट पैदा हुआ लेकिन इस देश ने किसी को भूख से मरने नहीं दिया। 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त राशन उपलबध कराया।
6:00 PM IST:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे कभी – कभी उनके बयानों, विचारों और करतूतों से विचार आता है कि जिस प्रकार आप मुद्दों को जोड़ते हैं कि आपने मन बना लिया है कि 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है। थोड़ी सी भी आशा होती तो आप ऐसा नहीं करते। जब आपने तय ही कर लिया है तो मैंने भी तैयारी कर ली है। ये सदन इस बात का साक्षी है कि कोरोना वैश्विक महामारी से जो स्थितियां बनीं, उससे निपटने भारत ने जो भी रणनीति बनाई उसको लेकर पहले दिन से क्या क्या नहीं कहा गया। आज वो देखेंगे तो उन्हें खुद हैरानी होगी।
5:59 PM IST:
आप लोगों से कहते कि योग करें। घर में रहें। कोरोना में लोगों को फायदा होता। फिट इंडिया मूवमेंट आप एकजुट होकर कहते, लेकिन उसका भी विरोध। आपसे इसीलिए कह रहा हूं कि आप कहां खड़े हैं। इसी वजह से कोई राज्य आपको उठने नहीं दे रहा है। बीच-बीच में मोदी चुटकी लेते रहे कि नाराज मत हो जाना।
5:56 PM IST:
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को इंतजार था कि कोरोना वायरस मोदी की छवि बिगाड़ देगा। कोरोना ने भी खूब धैर्य रखवाया। आए दिन आप औरों को नीचा दिखाने के लिए महात्मा गांधी का नाम लेते हैं। उनकी स्वदेशी की बात दोहराने में हमें कौन रोकता है। अगर मोदी वोकल फॉर लोकल कहता है तो क्या आप नहीं चाहते कि देश आत्मनिर्भर बने। महात्मा गांधी के इस अभियान से जुड़ने में आपका क्या जाता है। इससे देश का भला होगा। विपक्ष ने कहा- हम लोग करते आ रहे हैं। इस पर मोदी बोले- आप महात्मा गांधी के सपनों को सच होते देखना नहीं चाहते।
5:55 PM IST:
पीएम मोदी ने संसद में कहा कि क्या ये देश आपका नहीं है। क्या उनके सुख-दुख आपके नहीं हैं। विपक्ष के भारी हंगामे के बीच मोदी ने कहा कि कई राजनीतिक दल के नेता आत्मनिरीक्षण करें। कितने नेताओं ने लोगों को मास्क, हाथ धोने के लिए प्रेरित किया। क्या इससे भी मोदी को कुछ फायदा होता। इतने बड़े संकट में भी इतना सा पवित्र काम करने से भी चूक गए।
5:53 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन के नाम पर राजनीति करने पर विपक्ष ने विरोध किया। हंगामा शुरू कर दिया। इस पर मोदी ने चुटकी ली, मैंने तो किसी का नाम नहीं लिया। कोई भी टोपी क्यों पहन ली। अब आप खड़े ही हो गए हैं तो मैं नाम लेकर बोलना चाहता हूं। इस कोरोना काल में तो कांग्रेस ने हद कर दी।
5:52 PM IST:
पीएम ने कहा कि बीते दो साल में 100 साल का सबसे बड़ा महामारी का संकट पूरी दुनिया झेल रही है। भारत के अतीत के आधार पर इसे समझने का प्रयास किया। उन्हें आशंका थी कि भारत ये लड़ाई नहीं लड़ पाएगा। यही उनकी सोच थी। आज स्थिति है कि मेड इन इंडिया कोविड वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है। आज भारत शत प्रतिशत पहली डोज इस लक्ष्य के निकट पहुंच रहा है। लगभग 80 प्रतिशत सेकंड डोज का पड़ाव पूरा कर लिया है। कोरोना को भी दलगत राजनीति के लिए उपयोग में लाया जाए, क्या यह मानवता के लिए अच्छा है।
5:51 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में जिन लोगों ने योगदान दिया, इन सबसे परे थे। ये हर किसी को पुण्य स्मरण करने का अवसर है। हम सब संस्कार से स्वभाव से व्यवस्था से लोकतंत्र के प्रतिबद्ध लोग हैं। लेकिन ये भी सही है कि आलोचना एक जीवंत लोकतंत्र का एक आभूषण है। लेकिन अंधविरोध ये लोकतंत्र का अनादर है। सबका प्रयास इस भावना से भारत ने जो कुछ हासिल किया है, अच्छा होता उसे खुले मन से स्वीकार किया गया होता। उसका गौरव गान करते।
5:50 PM IST:
सारे एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां है वहीं पर रुके। पूरी दुनिया में यही संदेश दिया गया। तब कांग्रेस के लोगों ने क्या किया, मुंबई के रेलवे स्टेशन पर खड़े रहकर मुंबई छोड़कर जाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मुंबई में श्रमिकों को टिकट दिया गया। जाओ महाराष्ट्र में हमारे पर जो बोझ है वो कम हो। तुम यूपी के हो, बिहार के हो। जाओ वहां कोरोना फैलाओ। आपने ये बहुत बड़ा पाप किया।
5:49 PM IST:
पीएम मोदी ने कहा कि अधीर रंजन जी शेर सुना रहे हैं। तो मैं भी कुछ सुना देता हूं।
वो जब दिन को रात कहें तो तुरंत मान जाओ, नहीं मानोगे तो वो दिन में नकाब ओढ़ लेंगे। जरूरत हुई तो हकीकत को थोड़ा बहुत मरोड़ लेंगे। वो मगरूर हैं, खुद की समझ पर बेइंतहा। उन्हें आइना मत दिखाओ, वो आइने को भी तोड़ देंगे।
5:50 PM IST:
हम तो एक राज्य हार जाएं तो न जाने इको सिस्टम क्या क्या करता है। लेकिन इतने राज्य हारने के बाद भी आपका इको सिस्टम आपका अहंकार नहीं जाता है।
5:47 PM IST:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया। मोदी ने कहा कि इतने बड़े लोकतंत्र में शासन में रहने के बाद देश की जनता हमेशा-हमेशा के लिए उनको क्यों नकार रही है। जहां भी जनता ने ठीक से राह पकड़ ली, दोबारा प्रवेश नहीं करने दिया।
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