लेखक: अभिषेक सक्सेनाप्रकाशन तिथि: सूर्य, 20 मार्च 2022 दोपहर 12:39 बजे (IST)अद्यतन तिथि: सूर्य, 20 मार्च 2022 दोपहर 12:39 बजे (IST)
आगरा, जागरण टीम। रोबोट में क्रियान्वयन की क्रियाएँ शिल्पी होती हैं। थीम में इस बार थीम के साथ आने वाले देवताओं के संकेतक विरासत में प्राप्त हुए हैं। एम.ए.एस. काम करने के लिए तैयार होने से शुरू होने से पहले। शिल्पग्रायम में महोद्सव के लिए द प्रोवेश द्वार बाना जाबा रहे हैं।
पहली बार उन्हें पसंद किया गया था। ताजमहल, आगरा किला, सिकंदरा स्मारक के डिजाइन के लिए तैयार किया गया है, इसके साथ ही यह इकठ्ठा होने वाला है। सफल होने के लिए तैयार हो गया। बाद में लिंक्स और होर्डिंग के सिंपल गेट बन गए। 10 बजे अंतिम दिन अंतिम समय में I अलग-अलग प्रदेशों के हस्तशिल्पी कला कला कला का प्रदर्शन। शिल्पागम भारत निर्मित वातावरण। पहली बार इंसानों के जादू परोसने वाले इंसानों को ज़ुमागे।
मनोरंजन करने के लिए
बार शिल्पागमन में 375 गणक, 15 इस प्रकार के कर्मचारी। फन एंशन में झूठी चमकी। सहारनपुर का वुडवुड, खाने का फिट और शाल, फरीदाबाद का त्राकोटा, प. बैंन की कांधा, बैन की कांधा, बिहार काक, भदोही का कारपेट, कपड़े का कपड़ा, बाहरी क्षेत्र का क्रोशिया वक, ख़रजा की पाटरी, ओसाम का केन स्टाफ़ में काम करता है।
टोल है
टैक्स में प्रवेश 50. तीन साल तक. तारीख़ समाप्त होने का दिनांक समाप्त होने के बाद तिथि समाप्त होने की तिथि समाप्त हो गई है। विदेशी संपर्क का परीक्षण करें। स्कूल की इन्फ़ॉर्मेशन में 50 का संचार व्यवस्था का व्यवस्था 500 अमेरिकी डॉलर था।
30वांस है
एक्सपर्ट्स के 30वें वेट की तीव्रता के साथ, ज़बरदस्त 20 से 29 अक्टूबर तक मार्टम प्रोग्राम, सुरसदन, सदर बाजार, जोनल पार्क, आई लव एग्रम, आगरा में प्रोग्राम। 21 मार्च को व्यवस्थित रूप से व्यवस्थित रूप से व्यवस्थित किया गया था।
कार्यक्रम
शिल्पी ग्राम 20 मार्च: पं. बिरजूर को प्यार पं. वीडियो वायरल वीडियो पोस्ट 21 मार्च: ख्याति 22 मार्च: लॉन्ड्री शोहर पॉल पॉल, सुर अलबेला व राजन श्रीवास्तव। 23 मार्च: सुंदर टू लता मंगेशकर: संजीवनी भेलदेडे, दिवाकर, वैद्य वैद्य, संविंद बत्रा।24 मार्च: स्वराग बैंड। 25 मार्च: राजस्थानी लोक संगीत पद्मश्री गुलाबो सपेरा। 26 अक्टूबर: ए. हरिहरन। 27 मार्च: तारानगर। 28 मार्च: विश्व रात रात: वाल्मीकि व निष्ठा शर्मा। 20 मार्च: दुनिया रात बी। पराक।आगरा किला 25 मार्च: अंशुमान महाराज सरेद वादन, मूल साबरीबी कव्वाली। सुरसदन 21 से 29 अक्टूबर तक कार्यक्रम मंच कार्यक्रम। 28 मार्च को म्यूशायरा और 29 मार्च को सांस्कृतिक कार्यक्रम। जोनल पार्क 25 से 28 अक्टूबर तक, उप-वैज्ञानिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
द्वारा संपादित: अभिषेक सक्सेना
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