Home भारत संघ का उद्देश्य भारत को परम गौरव तक ले जाना है: रमाशंकर – भारत को परम वैभव पर परिवार का संघ: रमाशंकर

संघ का उद्देश्य भारत को परम गौरव तक ले जाना है: रमाशंकर – भारत को परम वैभव पर परिवार का संघ: रमाशंकर

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संघ का उद्देश्य भारत को परम गौरव तक ले जाना है: रमाशंकर – भारत को परम वैभव पर परिवार का संघ: रमाशंकर

ऊना क्षेत्र के गांव हथछोया में राष्ट्रीय सामाजिक संगठन के सदस्य शामिल होते हैं।

ऊना क्षेत्र के गांव हथछोया में राष्ट्रीय सामाजिक संगठन के सदस्य शामिल होते हैं।
– फोटो : शामली

खबर

गढ़ीपुख्ता (शामली)। ऊना नियंत्रक के हछोयस्थ देवस्थली विद्यापीठीय नियंत्रण प्रणाली के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का बाल संस्कार तैयार किया गया। मुख्य अतिथि संघ के उत्पाद संरचना ने कहा कि सामाजिक संगठन भारत के श्रेष्ठ गुणवत्ता वाले कीट हैं।
यह कहा जाता है कि अंतरिक्ष के भीतर के क्षेत्र के भीतर के क्षेत्र के वैकेशन का निर्माण कार्य करता है। देश का अपना चरित्र विशेष रूप से उन्नत है। लाख साल की उम्र में देश का वैज्ञानिक रूप से नष्ट हो गया। सनातन धर्म दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है। विश्व को विज्ञान वाले भारत के ज्ञान को पश्चिमी देश आधुनिक होने का खेल भरते हैं। भारत ने विश्व को परमाणु, चिकित्सक, चिकित्सक, आयुर्वेद चिकित्सक, डॉक्टर्स की स्थिति खराब कर दी है।
सहस्वास्थ्य कार्य में यह आवश्यक है। गर्भधारण के लिए बाल्यावस्था निम्न आयु वर्ग है। शरीर के अंदर के कैमरे से संस्कार होते हैं। कार्यक्रम में संघ के शेमली संघचालक भगवती प्रसाद, जिला कार्य रविंद, सह कार्य अश्वपाल भारद्वाज, ऊना खंड कार्य राजेंद्र, महावीर सिंह, देवस्थली विद्यापीठ के अध्यक्ष प्रेम सिंह, प्रधानाचार्य सुरेंद्र कुमार, देवेंद्र तोमर, कंवरपाल सहित सुंदर।
300 से अधिक नेक्स्ट भाग
ऊना विकास खंड के 300 से अधिक भाग। कार्यक्रम में जलेबी दौड़, लिन दौड़, जलेबी दौड़, जलेबी दौड़, दौड़ दौड़ के साथ सामान्य ज्ञान का उपयोग किया गया। बोरी दौड़ में वैभव हरसाना, तुषार गंगा रामपुर, अंकित स्नापला, मोहन मोहन, मोहन जकारिया हछोया, जलेबी दौड़ में अजय शिव नगर, देव ऊन और सामान्य ज्ञान प्रतिद्वंदी देवनाशु ऊना, अश्वित तोमर वादम तोमर देवस्थ गुरु के नैण्टीरियर और तीतर स्थान प्राप्त करें।

गढ़ीपुख्ता (शामली)। ऊना नियंत्रक के हछोयस्थ देवस्थली विद्यापीठीय नियंत्रण प्रणाली के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का बाल संस्कार तैयार किया गया। मुख्य अतिथि संघ के उत्पाद संरचना ने कहा कि सामाजिक संगठन भारत के श्रेष्ठ गुणवत्ता वाले कीट हैं।

यह कहा जाता है कि अंतरिक्ष के भीतर के क्षेत्र के भीतर के क्षेत्र के वैकेशन का निर्माण कार्य करता है। देश का अपना चरित्र विशेष रूप से उन्नत है। लाख साल की उम्र में देश का वैज्ञानिक रूप से नष्ट हो गया। सनातन धर्म दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है। विश्व को विज्ञान वाले भारत के ज्ञान को पश्चिमी देश आधुनिक होने का खेल भरते हैं। भारत ने विश्व को परमाणु, चिकित्सक, चिकित्सक, आयुर्वेद चिकित्सक, डॉक्टर्स की स्थिति खराब कर दी है।

सहस्वास्थ्य कार्य में यह आवश्यक है। गर्भधारण के लिए बाल्यावस्था निम्न आयु वर्ग है। शरीर के अंदर के कैमरे से संस्कार होते हैं। कार्यक्रम में संघ के शेमली संघचालक भगवती प्रसाद, जिला कार्य रविंद, सह कार्य अश्वपाल भारद्वाज, ऊना खंड कार्य राजेंद्र, महावीर सिंह, देवस्थली विद्यापीठ के अध्यक्ष प्रेम सिंह, प्रधानाचार्य सुरेंद्र कुमार, देवेंद्र तोमर, कंवरपाल सहित सुंदर।

300 से अधिक नेक्स्ट भाग

ऊना विकास खंड के 300 से अधिक भाग। कार्यक्रम में जलेबी दौड़, लिन दौड़, जलेबी दौड़, जलेबी दौड़, दौड़ दौड़ के साथ सामान्य ज्ञान का उपयोग किया गया। बोरी दौड़ में वैभव हरसाना, तुषार गंगा रामपुर, अंकित स्नापला, मोहन मोहन, मोहन जकारिया हछोया, जलेबी दौड़ में अजय शिव नगर, देव ऊन और सामान्य ज्ञान प्रतिद्वंदी देवनाशु ऊना, अश्वित तोमर वादम तोमर देवस्थ गुरु के नैण्टीरियर और तीतर स्थान प्राप्त करें।

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