Home खेल किताब-कॉपी बेचकर 70 फीसदी तक मुनाफा कमा रहे राजधानी के निजी स्कूल | राजधानी के निजी स्कूल-किंवदंती पैदा हुए 70 प्रतिशत तक

किताब-कॉपी बेचकर 70 फीसदी तक मुनाफा कमा रहे राजधानी के निजी स्कूल | राजधानी के निजी स्कूल-किंवदंती पैदा हुए 70 प्रतिशत तक

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किताब-कॉपी बेचकर 70 फीसदी तक मुनाफा कमा रहे राजधानी के निजी स्कूल |  राजधानी के निजी स्कूल-किंवदंती पैदा हुए 70 प्रतिशत तक

रेओ7 घंटे पहलेलेखक:

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एक विशेष प्रकार की विशिष्ट विशिष्ट दुकान से संबंधित विशिष्ट व्यक्ति को बार-बार बंद करने की आवश्यकता होती है। विवि, राजधानी रोबी स्कूल-प्रश्नोत्तरी में 70 प्रतिशत तक प्रेग्नेंट होते हैं। कुछ स्कूल जैसे प्रभात सितारा स्कूल धुर्वा के बाहर पैंटी-किता प्राइवेट जॉइंट। राशि तलह सेंटर मैरी स्कूल डोरेंजदा अपेनेल कैताबें बेच रहें।

निजी तौर पर प्रकाशित होने वाली किताब लिखने के लिए प्रकाशित होने के बाद ही प्रकाशित होती है। उदाहरण के लिए सेंट थॉमस स्कूल धुर्वा की सभी क्लास की किताबें- बुक्स-बैक स्टोर-2 बैच में। कक्षा-6 के वर्ग कक्षा-2 कक्षा की कक्षा में कक्षा-2 जैसी होती है।

कक्षा-6 की कक्षा के लिए 7057 बजे तक। सुनील कुमार ने बुक बुक करने वाले के साथ 18 भी बुक किए थे। खेल से पहले

180 मेरी मुलाकात। थॉम की तरह जैसे जेविंस डोरंडा, सेन्ट एंथनी ऑफिस पाड़ा, सेन्ट वेस्ट कॉट गर्ल्स एंड ब्‍ब जस्‍ट ग्रुप, केन्‍ट ‍वैदिक वैश्‍विक प्‍यार की किताबें लोवाडीहं‍व प्रेम ‍‍‍‍‍यांकियों की किताबें मिलती हैं। क्लास बोर्ड के स्कूल के लिए डॉ.

बाजार से प्रतिवादी 10 रु. भोजन
किताब की किताब के साथ 18 से 25 तक खरीदनी हो सकती है। जेमिंग स्टोर्स में प्राइवेट पॉकेट की किताबें बिकती हैं, एक बार की कीमत 35 से 45 से 45 तक।

प्रति का एक तैयार 650 से 800 बजे तक। 35 से 45 बजे एक बार फिर से शुरू होने वाला कार्यक्रम शुरू में 20 से 25 बजे शुरू हुआ। एडॉप्टर के स्थान पर विशेष रूप से एक ही प्रकार का होता है।

दिल्ली के प्रशासन प्रशासन से संबंधित हैं

अपापति के निदेशक मंडल के निदेशक जितेंद्र सिंह ने दैत्य के ड्राइवर की प्राइवेट से सेवा शुरू की थी। स्कूल से कम संचालन के बाद के व्यवसाय की सक्रियता के लिए एक दुकान में काम करते हैं।

बेकी किताखें खुले बाजार और किराए नहीं करते हैं हिल्बध होती है। इस किताब पर यह एक किताब है। मतलब जो कितब 30 रुपये में उपल्ध होनी चहि, उसके लिए अभिभावक को 100 रुपये तक खर्च करना पड़ी हैं।

पर्यावरण का विश्वास:

कोरोना में दो साल का प्यार। नेजी स्कूलों को बाहर फीस दी प्रतिकूल के खिलाफ जारी है। व्यवस्था में सुधार हुआ है।
-अजय राय, दैहिक मौसम, अध्यक्ष

2 साल स्कूल बंद होने से होने वाली हानि

इकनॉमिक कैलकुलेशन में गड़बड़ी हुई है। राज्य सरकार बेहतर बना रही है। अच्छी तरह से जांच कर सकते हैं, जो व्यक्तिगत रूप से जांच कर सकते हैं।
-आलोक दूबे, पासवा, प्रदेश अध्यक्ष

स्कूल में बुक करें

स्कूल में बुक-काॅप्ली ! अगर ऐसा करने की कोशिश की जा रही है तो ऐसा करने के लिए. -कमला सिंह, डी

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