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    जवाहर कला केंद्र में 6 से 9 नवंबर तक फूड, हेल्थ और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स का भव्य महोत्सव

    3 hours ago

    जयपुर में होगा न्यूट्रीफेस्ट 2025 – स्वाद, सेहत और नवाचार का संगम

    गुलाबी नगरी जयपुर एक बार फिर से नवाचार, प्राकृतिक जीवनशैली और स्वाद के अद्भुत संगम का साक्षी बनने जा रही है।

    “इननोवेटर्स समिट-2025” के तहत आयोजित होने वाला ‘जयपुर न्यूट्रीफेस्ट 2025’ फूड फेस्टिवल और नेचुरल प्रोडक्ट एक्सपो 6 नवंबर से 9 नवंबर तक जवाहर कला केंद्र, जयपुर में आयोजित किया जाएगा।

    इस आयोजन का उद्देश्य है — भोजन, पोषण, औषधीय वनस्पतियों और पारंपरिक खाद्य संस्कृति को आधुनिक नवाचारों के साथ जोड़ना, ताकि समाज को स्वास्थ्य, स्वाद और सतत जीवनशैली का संदेश मिल सके।

    आयोजन की रूपरेखा और उद्देश्य

    यह महोत्सव इंटरनेशनल सोसायटी फॉर लाइफ साइंसेज (ISLS) और ऑर्गेनिक सनराइज नेचुरल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।

    सहयोगी संस्थाओं में अमृतांश फाउंडेशन और विलेज ऑर्गेनिक फार्म्स शामिल हैं, जो ग्रामीण नवाचार और ऑर्गेनिक खेती के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।

    आयोजन का मुख्य उद्देश्य है —

    • प्राकृतिक और जैविक उत्पादों को प्रोत्साहन देना,

    • पारंपरिक ज्ञान को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जोड़ना,

    • युवाओं और स्टार्टअप्स को मंच प्रदान करना,

    • और भारत को "हेल्थ एंड वेलनेस इनोवेशन हब" के रूप में स्थापित करना।

    चार दिन, चार थीम: नवाचार की नई दिशा

    ‘न्यूट्रीफेस्ट 2025’ का प्रत्येक दिन एक विशेष थीम पर आधारित रहेगा —

    • पहला दिन – हेल्दी इंडिया, न्यूट्रीशन इंडिया

    इस दिन भारत में पोषण सुरक्षा, बाल एवं मातृ स्वास्थ्य, और मिलेट्स आधारित खाद्य नवाचारों पर विशेष सत्र आयोजित होंगे।

    • दूसरा दिन – नेचर एंड न्यूट्रास्यूटिकल्स

    हर्बल, आयुर्वेदिक और औषधीय पौधों से बने पोषक उत्पादों के वैज्ञानिक पहलुओं पर चर्चा होगी।

    • तीसरा दिन – स्टार्टअप्स एंड सस्टेनेबिलिटी

    युवा उद्यमियों, फूड टेक्नोलॉजिस्ट्स और रिसर्च स्कॉलर्स के लिए प्रतियोगिताएं और इनोवेशन शोकेस रखे जाएंगे।

    • चौथा दिन – टेस्ट ऑफ इंडिया

    पारंपरिक भारतीय व्यंजनों और क्षेत्रीय स्वादों के साथ “फ्यूजन फूड” की झलक देखने को मिलेगी।

    फूड, संस्कृति और विज्ञान का संगम

    जयपुर न्यूट्रीफेस्ट केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि संस्कृति, स्वाद और विज्ञान का संगम है।

    यहां पारंपरिक व्यंजनों में आधुनिक पोषण का स्पर्श देखने को मिलेगा — जैसे बाजरे से बने एनर्जी बार्स, गिलोय और तुलसी मिश्रित हर्बल ड्रिंक, मिलेट पिज्जा, और ऑर्गेनिक मिठाइयां।

    आयोजक समिति के अनुसार, “यह महोत्सव भारतीय भोजन परंपरा को नई तकनीक और स्वास्थ्य विज्ञान के साथ जोड़ने का प्रयास है।”

    यहां देशभर से आए फूड इनोवेटर्स, ऑर्गेनिक उत्पाद निर्माता, आयुर्वेदिक शोधकर्ता और कृषि वैज्ञानिक अपने नवीन उत्पादों और अनुसंधानों का प्रदर्शन करेंगे।

    औषधीय पौधों का महत्व और आकर्षण

    प्रकृति की प्रयोगशाला से सेहत का अमृत

    फेस्टिवल का विशेष आकर्षण रहेगा — “औषधीय पौधों और हर्बल इनोवेशन ज़ोन”, जहां देशभर से 150 से अधिक औषधीय पौधों की प्रजातियों का प्रदर्शन किया जाएगा।

    1. तुलसी (Ocimum sanctum)

    तुलसी को आयुर्वेद में ‘जीवन दायिनी’ कहा गया है। इसके पत्तों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले तत्व जैसे यूजेनॉल और लिनोलिक एसिड पाए जाते हैं।

    न्यूट्रीफेस्ट में तुलसी से बने एनर्जी टी, इम्यून बूस्टर ड्रिंक और हैंडमेड साबुन प्रदर्शित होंगे।

    2. अश्वगंधा (Withania somnifera)

    तनाव मुक्ति, स्मरण शक्ति और शक्ति वृद्धि में उपयोगी यह पौधा आज विश्वभर में “इंडियन जिनसेंग” के रूप में प्रसिद्ध है।

    यहां अश्वगंधा आधारित प्रोटीन पाउडर, एनर्जी बार्स और सप्लीमेंट्स को प्रदर्शित किया जाएगा।

    3. गिलोय (Tinospora cordifolia)

    ‘अमृता’ नाम से जानी जाने वाली गिलोय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अत्यंत उपयोगी है।

    फेस्टिवल में गिलोय जूस, गिलोय-काढ़ा, और सूखे पाउडर उत्पादों की श्रृंखला लॉन्च की जाएगी।

    4. आंवला (Emblica officinalis)

    विटामिन C से भरपूर आंवला त्वचा, बाल और प्रतिरोधक क्षमता के लिए वरदान है।

    यहां ऑर्गेनिक आंवला कैंडी, च्यवनप्राश, और स्किन केयर उत्पाद प्रदर्शित होंगे।

    5. नीम, एलोवेरा और हरिद्रा (हल्दी)

    इन तीनों का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा से लेकर आधुनिक कॉस्मेटिक उद्योग तक फैला है।

    न्यूट्रीफेस्ट में एलोवेरा से बने क्रीम, नीम-आधारित हैंडवॉश और हल्दी-युक्त पेय प्रमुख आकर्षण रहेंगे।

    फूड इनोवेशन और रिसर्च: विज्ञान का योगदान

    फेस्टिवल में देश के कई प्रमुख संस्थान के शोधार्थी अपने प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत करेंगे।

    यहां “फूड इनोवेशन पवेलियन” में ऐसे प्रयोग दिखाए जाएंगे जो क्लीन लेबल, नॉन-प्रिज़र्वेटिव और शून्य अपशिष्ट उत्पादों पर आधारित हैं।

    ग्रामीण भारत और मिलेट्स पर विशेष फोकस

    भारत सरकार के ‘मिलेट मिशन’ के अनुरूप, न्यूट्रीफेस्ट में बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो और कुटकी जैसे अनाजों से बने 100 से अधिक उत्पाद प्रदर्शित होंगे।

    ग्रामीण महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार ये उत्पाद न केवल पोषक हैं, बल्कि आजीविका सृजन का साधन भी बन रहे हैं।

    संस्कृति और मनोरंजन: स्वाद के साथ संगीत

    हर शाम जवाहर कला केंद्र का प्रांगण सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से गूंजेगा।

    राजस्थानी लोक नृत्य, शास्त्रीय संगीत, फूड लाइव डेमोंस्ट्रेशन और हेल्थ टॉक शो आयोजित होंगे।

    बच्चों के लिए “मिलेट शेफ जूनियर” प्रतियोगिता और युवाओं के लिए “सस्टेनेबल फूड आइडिया चैलेंज” भी होगा।

    भागीदारी और पंजीकरण

    आयोजक समिति ने बताया कि फेस्टिवल में भाग लेने के इच्छुक फूड टेक्नोलॉजी, न्यूट्रिशन, हेल्थ साइंस और ऑर्गेनिक सेक्टर से जुड़े स्टार्टअप्स एवं संस्थान क्यूआर कोड स्कैन करके अपने स्टॉल/स्पेस बुक कर सकते हैं।

    संयोजक प्रीति पारीक और इन्नोवेटिव स्टार्टअप संयोजक डॉ. सुनील छीपा ने कहा —

    “जयपुर न्यूट्रीफेस्ट 2025 केवल स्वाद का उत्सव नहीं, बल्कि यह सेहत, विज्ञान और नवाचार को एक मंच पर लाने का प्रयास है, जहां परंपरा और आधुनिकता का संगम जीवंत रूप में दिखाई देगा।”

    भविष्य की दृष्टि: हेल्दी नेशन, हैप्पी नेशन

    यह आयोजन भारत के बढ़ते हेल्थ फूड सेक्टर, न्यूट्रास्यूटिकल्स उद्योग, और ऑर्गेनिक इकोनॉमी की दिशा में एक सशक्त कदम है।

    इससे न केवल उद्यमियों और किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि आम जन को भी प्राकृतिक और सेहतमंद जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।

    समापन विचार

    जयपुर न्यूट्रीफेस्ट 2025 एक ऐसा मंच बनेगा जहां स्वाद परंपरा से जुड़ेगा, सेहत विज्ञान से, और नवाचार भविष्य से।

    यह केवल एक फेस्टिवल नहीं, बल्कि एक आंदोलन है — “Back to Nature, Forward with Science” का।

    चार दिनों तक चलने वाला यह उत्सव जयपुर को स्वास्थ्य, पोषण और नवाचार की राजधानी के रूप में स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

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