SEARCH

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    उदयपुर में तय होगी देश के पर्यटन विकास की दिशा राष्ट्रीय पर्यटन कॉन्फ्रेंस में दो दर्जन से अधिक राज्यों के प्रतिनिधि होंगे शामिल - दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार से, केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत रहेंगे उपस्थित

    2 days ago

    उदयपुर।
    विश्वविख्यात पर्यटन नगरी उदयपुर एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर के आयोजन की मेज़बानी करने जा रही है। यहां मंगलवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय पर्यटन कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देशभर के पर्यटन मंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल, वरिष्ठ अधिकारी और नीति निर्माता शामिल होंगे। होटल मेरिएट में आयोजित यह सम्मेलन पर्यटन मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।

    कांफ्रेंस के माध्यम से देश के पर्यटन क्षेत्र के संपूर्ण विकास, सहयोगात्मक रणनीति और एकीकृत प्रचार योजनाओं पर मंथन होगा। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय नजर आया। सोमवार देर शाम तक विभिन्न राज्यों से प्रतिनिधियों का आगमन हो चुका है।


    पर्यटन विकास पर केंद्रित होगा संवाद

    कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन मंगलवार सुबह 10 बजे होगा, जिसमें पर्यटन मंत्रालय की सचिव वी. विद्यावती अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगी। उद्घाटन सत्र में केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत और राज्य मंत्री सुरेश गोपी भी संबोधित करेंगे।

    कॉन्फ्रेंस में विभिन्न सत्रों के माध्यम से देश के सभी क्षेत्रों से प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है:

    • प्रथम सत्र: जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और उत्तराखंड
    • द्वितीय सत्र: उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान
    • तृतीय सत्र: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी और लक्षद्वीप
    • चतुर्थ सत्र: गुजरात और महाराष्ट्र

    दूसरे दिन पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर राज्यों की प्रस्तुतियां होंगी। गोवा, दादरा और नगर हवेली, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के साथ-साथ बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश और असम के प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा करेंगे।

    इसके पश्चात दोपहर बाद के सत्र में मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम की प्रस्तुतियाँ भी होंगी। सम्मेलन का समापन बुधवार शाम 5:30 बजे निर्धारित है।


    नीतिगत विमर्श और समन्वय बैठकें भी होंगी

    सम्मेलन के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ परामर्श बैठक का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें भारत को एकीकृत पर्यटन गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करने के लिए ड्राफ्ट इंटीग्रेटेड टूरिज्म प्रमोशन स्कीम पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके अलावा "सस्टेनेबल टूरिज्म डेवलपमेंट" विषय पर विशेष शिखर बैठक भी प्रस्तावित है।


    लाइजनिंग अधिकारियों की बैठक: हर व्यवस्था चाक-चौबंद

    सोमवार सुबह कलक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर नमित मेहता के निर्देशन में आयोजन से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा के लिए लाइजनिंग अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। एडीएम सिटी जितेंद्र ओझा ने प्रतिनिधियों के स्वागत, ठहराव, परिवहन और आयोजन स्थल तक पहुंचाने की सभी व्यवस्थाओं की विस्तार से समीक्षा की।

    उन्होंने सभी अधिकारियों को ज़िम्मेदारियां सौंपते हुए कहा कि यह आयोजन उदयपुर की संस्कृति, पर्यटन और आतिथ्य परंपरा को राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर है। इसलिए हर व्यवस्था उत्कृष्ट और समयबद्ध होनी चाहिए। बैठक में पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


     

    Click here to Read more
    Prev Article
    आईआईटी मंडी ने टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन पर जोर देते हुए एनसीसी एयर विंग का शुभारंभ किया
    Next Article
    5 लाख दुग्ध उत्पादक किसानों के खातों में पहुँचे 364 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत सात माह की डीबीटी जारी, जयपुर में हुआ राज्य स्तरीय कार्यक्रम

    Related राजस्थान Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment