राज्यभर में 5 लाख से अधिक पशुपालकों को 364 करोड़ रुपये का भुगतान, दुग्ध क्रय दर में 100 रुपये प्रति किलोग्राम फैट की बढ़ोतरी
जयपुर। राज्यभर के दुग्ध उत्पादकों के लिए दीपावली इस वर्ष और भी खास साबित हुई। मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के अंतर्गत दुग्ध उत्पादकों को 5 रुपये प्रति लीटर की दर से अनुदान राशि का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार राज्य सरकार ने दिवाली से ठीक पहले 364 करोड़ रुपये का भुगतान डीबीटी के माध्यम से कर दिया, जिससे 5 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादक लाभान्वित हुए।
दुग्ध क्रय दर में वृद्धि से मिलेगा अतिरिक्त लाभ
राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन (आरसीडीएफ) की प्रबंध संचालक श्रुति भारद्वाज ने बताया कि दुग्ध क्रय दर में 100 रुपये प्रति किलोग्राम फैट की वृद्धि की गई है। पिछले वित्तीय वर्ष में दुग्ध का भुगतान लगभग 800 रुपये प्रति किलोग्राम फैट की दर से किया जा रहा था, जिसे बढ़ाकर 900 रुपये प्रति किलोग्राम फैट कर दिया गया है। इस निर्णय से पशुपालकों को प्रति लीटर दूध पर लगभग 5-6 रुपये अतिरिक्त लाभ मिलेगा, जो उनकी आमदनी और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देगा।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना का बजट और प्रभाव
श्रुति भारद्वाज ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना के तहत 650 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया था। भुगतान के बाद राज्यभर के दुग्ध उत्पादकों में योजना के तहत मिलने वाले अनुदान और लाभांश से खुशी की लहर है। योजना के प्रभाव से सहकारी डेयरियों में दुग्ध संकलन में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे पशुपालकों की सामाजिक और आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित हो रही है।
जिलावार भुगतान का विवरण
आरसीडीएफ द्वारा 24 जिला दुग्ध उत्पादक संघों के पशुपालकों को डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया गया। प्रमुख जिलों में भुगतान इस प्रकार है:
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अजमेर: 40 करोड़ रुपये से अधिक
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अलवर: 18.35 करोड़ रुपये
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भीलवाड़ा: 46.18 करोड़ रुपये
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जयपुर: 1 अरब 39.79 करोड़ रुपये
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पाली: 10.82 करोड़ रुपये
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उदयपुर: 10.14 करोड़ रुपये
अन्य जिलों में भी इसी तरह राशि वितरण किया गया है, जिससे राज्यभर के दुग्ध उत्पादकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
आरसीडीएफ का संकल्प
श्रुति भारद्वाज ने यह भी बताया कि राजस्थान राज्य की सहकारी डेयरियों में दुग्ध उत्पादकों की आर्थिक और सामाजिक समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए आरसीडीएफ कृत संकल्पबद्ध है। दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने और पशुपालकों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए सरकार लगातार नई पहल कर रही है।
मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना ने इस दीपावली राज्य के पशुपालकों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है और उन्हें आर्थिक सुरक्षा के साथ-साथ भविष्य के लिए उत्साह और आशा दी है।