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    दिवाली की सुबह दिल्ली में घुला जहर: AQI 335 पार, कई इलाकों में ‘सांस लेना हुआ मुश्किल’

    15 hours ago


    पटाखों और ठहरी हवा ने बढ़ाई परेशानी, GRAP-2 लागू — कोयला, लकड़ी और डीजल जेनरेटर के इस्तेमाल पर रोक

    नई दिल्ली। दिवाली की रौशनी के बाद दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। सोमवार की सुबह राजधानी के आसमान में घना धुंध छाया रहा और हवा में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 335 पहुंच गया है, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

    इंडिया गेट के आसपास AQI 350 से अधिक दर्ज हुआ, जबकि आनंद विहार में 414 और वजीरपुर में 407 तक पहुंच गया। यह स्थिति ‘गंभीर’ स्तर की है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली की रात पटाखों के फोड़े जाने और हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषक तत्व तेजी से फैले नहीं, जिससे वायु गुणवत्ता और भी बिगड़ गई।


    राजधानी में लागू GRAP-2 प्रतिबंध

    दिल्ली-एनसीआर में ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP-2)’ के तहत सख्त प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
    इनके तहत—

    • कोयला और लकड़ी के उपयोग पर रोक
    • डीजल जनरेटर सेट्स के इस्तेमाल में पाबंदी
    • निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण की सख्त निगरानी
    • सड़कों पर नियमित झाड़ू और पानी का छिड़काव
    • निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता

    क्या है GRAP और इसके चार स्तर

    दिल्ली और आसपास के इलाकों में प्रदूषण के स्तर के आधार पर GRAP चार चरणों में लागू किया जाता है—

    स्टेज

    AQI सीमा

    स्थिति

    स्टेज I

    201-300

    खराब

    स्टेज II

    301-400

    बहुत खराब

    स्टेज III

    401-450

    गंभीर

    स्टेज IV

    >450

    गंभीर प्लस

    वर्तमान में दिल्ली में GRAP-2 लागू है, यानी हवा की गुणवत्ता “बहुत खराब” श्रेणी में है।


    दिल्ली के इलाकों में हालात

    • इंडिया गेट: AQI 347, दृश्यता में कमी
    • आनंद विहार: AQI 414, सांस लेने में परेशानी की शिकायतें
    • वजीरपुर: AQI 407, सुबह से ही घना धुआं
    • अक्षरधाम और प्रगति मैदान: हल्की धुंध और आंखों में जलन की समस्या

    प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई इलाकों में पानी का छिड़काव और एंटी-स्मॉग गन का उपयोग किया जा रहा है।


    IMD और IITM का पूर्वानुमान

    भारतीय मौसम विभाग (IMD) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) के अनुसार, आने वाले दो दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है। हवा की दिशा में परिवर्तन और ठंड बढ़ने से धुंध घनी हो सकती है।


    स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी

    गाजियाबाद के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने कहा कि दिल्ली की हवा फिलहाल बेहद जहरीली है। ऐसे में बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
    सलाह:

    • घर से बाहर निकलते समय N95 या डबल सर्जिकल मास्क पहनें।
    • सुबह और देर रात की वॉक से बचें।
    • घर के अंदर एयर प्यूरीफायर या पौधे जैसे स्नेक प्लांट, एलोवेरा रखें।
    • पानी और तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें ताकि शरीर में विषैले तत्वों का असर कम हो।

    जनता से अपील

    प्रदूषण नियंत्रण एजेंसियों ने लोगों से अपील की है कि निजी वाहनों का कम इस्तेमाल करें, साझा परिवहन को बढ़ावा दें और खुले में कचरा न जलाएं।
    CPCB के अनुसार, यदि अगले 24 घंटों में हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं होता है, तो GRAP-3 के तहत और कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। दिवाली के बाद की सुबह दिल्ली के लिए उत्सव नहीं, बल्कि चेतावनी लेकर आई है। बढ़ते AQI ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि जब तक प्रदूषण नियंत्रण के ठोस और दीर्घकालिक उपाय नहीं किए जाते, तब तक हर त्योहार के बाद दिल्ली की हवा सांसों पर भारी पड़ती रहेगी।

     

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