IPL वैल्यू में गिरावट, महिला क्रिकेट पर खर्च पुरुषों से 3.5 गुना कम
नई दिल्ली। भारत ने एशिया कप 2025 में फाइनल में पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया, लेकिन विवादास्पद स्थिति में ट्रॉफी और मेडल्स लेने से इनकार कर दिया। इसके बावजूद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को इस टूर्नामेंट से वित्तीय लाभ हुआ है। TOI की रिपोर्ट के अनुसार, एशिया कप से BCCI को करीब 109.44 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है।
एशिया कप और इंटरनेशनल टूर्नामेंट से लाभ
BCCI को एशिया कप की होस्ट फीस और टी-20 वर्ल्ड कप की पार्टिसिपेशन फीस से इंटरनेशनल टूर के मद में कुल 109.44 करोड़ रुपए का लाभ हुआ। बोर्ड ने इसे इस साल अपनी वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने वाले कदम के रूप में देखा है।
BCCI की 2025-26 वित्तीय उम्मीदें
2025-26 वित्तीय वर्ष में BCCI को कुल 6700 करोड़ रुपए की कमाई की उम्मीद है। यह पिछले 2017-18 के वित्तीय वर्ष के 666 करोड़ रुपए से लगभग दस गुना अधिक है।
IPL की ब्रॉन्ड वैल्यू में गिरावट
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की ब्रॉन्ड वैल्यू लगातार दूसरे वर्ष घटकर लगभग 16000 करोड़ रुपए रह गई है। हालांकि यह विश्व स्तर पर सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग बनी हुई है, लेकिन मूल्यांकन में गिरावट ने BCCI के आर्थिक संतुलन पर कुछ असर डाला है।
महिला क्रिकेट पर खर्च पुरुषों के मुकाबले कम
BCCI इस साल महिला क्रिकेट के घरेलू टूर्नामेंटों में लगभग 96 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है, जो कि पुरुषों के घरेलू क्रिकेट पर किए जाने वाले खर्च 344 करोड़ रुपए से करीब 3.5 गुना कम है। WPL (विमेंस प्रीमियर लीग) से बोर्ड को पिछले सीजन में करीब 350 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था, जबकि IPL में केवल खर्च ही 111 करोड़ रुपए रहा।
विशेष रूप से महिला क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी जैसे कोई बड़ा घरेलू टूर्नामेंट नहीं होने के कारण महिला खिलाड़ियों को पुरुष खिलाड़ियों के समान संसाधन और वित्तीय समर्थन नहीं मिल पा रहा है। BCCI के वित्तीय आंकड़े दिखाते हैं कि एशिया कप और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों से बोर्ड को मजबूत लाभ मिला है। हालांकि IPL वैल्यू में गिरावट और महिला क्रिकेट पर कम निवेश ने विवाद और आलोचना को जन्म दिया है। बोर्ड के लिए अब चुनौती यह है कि महिला क्रिकेट को बराबरी का वित्तीय समर्थन दें और साथ ही IPL और अन्य टूर्नामेंटों के आर्थिक संतुलन को बनाए रखें।