पूर्व स्पिनर ने कहा – आलोचना खेल तक सीमित रहनी चाहिए, व्यक्तिगत हमला शर्मनाक
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के युवा तेज़ गेंदबाज हर्षित राणा को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही ट्रोलिंग को लेकर पूर्व भारतीय ऑफ़ स्पिनर आर अश्विन ने कड़ा बयान दिया है। अश्विन ने कहा कि आलोचना केवल खेल तक सीमित रहनी चाहिए और व्यक्तिगत हमले किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं हैं।
अश्विन का संदेश
अश्विन ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि,"नकारात्मकता तेजी से फैलती है। लोग हर्षित या उसके माता-पिता की ट्रोलिंग वाले वीडियो देखकर उनकी मानसिकता पर क्या असर पड़ सकता है, इसके बारे में सोचें।"
उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि युवा खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाना न केवल अनुचित है बल्कि खेल की भावना के खिलाफ भी है।
गौतम गंभीर का समर्थन
पूर्व भारतीय कप्तान और कोच गौतम गंभीर ने भी हर्षित राणा का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों को ट्रोलिंग और व्यक्तिगत हमले झेलने के लिए मजबूर करना शर्मनाक है और इसे रोकने के लिए सभी को सतर्क रहना चाहिए।
हर्षित राणा की चुनौती
हर्षित राणा को हाल ही में राष्ट्रीय टीम में चयन मिला है, और वह 19 अक्टूबर से शुरू होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20I सीरीज़ में खेलेंगे। हालांकि, उनके चयन को लेकर आलोचनाएं लगातार सामने आई हैं क्योंकि उन्होंने अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निरंतर प्रदर्शन नहीं दिखाया है।
खेल और व्यक्तिगत सम्मान का अंतर
अश्विन और गंभीर के बयान इस बात को उजागर करते हैं कि खेल में आलोचना स्वीकार्य है, लेकिन व्यक्तिगत हमले और ट्रोलिंग युवा खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य और करियर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। हर्षित राणा के मामले ने एक बार फिर क्रिकेट जगत में सोशल मीडिया ट्रोलिंग और व्यक्तिगत हमलों के खिलाफ चेतावनी दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि आलोचना खेल तक सीमित रहनी चाहिए और युवा खिलाड़ियों को सकारात्मक माहौल देना आवश्यक है।