तीन शतक भी बनाएंगे तो 2027 विश्व कप में जगह की कोई गारंटी नहीं
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा इंटरनेशनल क्रिकेट में रनों के अंबार लगाने के बावजूद अब केवल वनडे प्रारूप पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। ऐसे में टीम चयन और भविष्य को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दोनों की वापसी
कोहली और रोहित ऑस्ट्रेलिया दौरे के जरिए भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं। 19 अक्टूबर से शुरू होने वाली इस श्रृंखला में भारतीय टीम तीन वनडे और पांच टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेलेगी। यह दोनों खिलाड़ी आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के बाद पहली बार टीम इंडिया के लिए मैदान में उतरेंगे।
वनडे करियर को लेकर कयास और चयन चर्चा
ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले ही उनके वनडे करियर को लेकर कयास लगने लगे हैं। यह कहा जा रहा है कि इस श्रृंखला के प्रदर्शन के आधार पर उनकी 2027 विश्व कप की संभावनाओं का निर्णय लिया जा सकता है।
हालांकि टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने स्पष्ट किया है कि केवल तीन मैचों की सीरीज से यह तय नहीं किया जा सकता कि कोहली और रोहित 2027 विश्व कप में खेलेंगे या नहीं।
अजीत अगरकर का बयान
अजीत अगरकर ने कहा, "कोहली और रोहित का मूल्यांकन किसी एक सीरीज या मैच के आधार पर करना उचित नहीं है। यदि वे तीन शतक भी बनाएंगे, तो भी 2027 विश्व कप में खेलने की कोई गारंटी नहीं दी जा सकती।"
अगरकर ने यह भी संकेत दिया कि टीम को विकल्पों पर नजर रखनी होगी और भविष्य में टीम चयन में संतुलित निर्णय लेना आवश्यक है।
विशेषज्ञों की राय
क्रिकेट विशेषज्ञों का कहना है कि कोहली और रोहित जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का अनुभव टीम के लिए अमूल्य है, लेकिन युवा खिलाड़ियों और विकल्पों को तैयार करना टीम की दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। ऐसे में दिग्गज खिलाड़ियों का चयन सिर्फ व्यक्तिगत प्रदर्शन पर निर्भर नहीं होगा।
अजीत अगरकर के स्पष्ट बयान ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि टीम इंडिया में चयन केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों पर निर्भर नहीं करता। विराट कोहली और रोहित शर्मा को विश्व कप टीम में जगह पाने के लिए लगातार उच्च स्तर का प्रदर्शन और टीम की रणनीतिक आवश्यकताओं को संतुलित करना होगा।