नई दिल्ली।
भारत के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) सम्बलपुर ने अपने व्यवसाय इन्क्यूबेशन सेंटर आई-हब फाउंडेशन के दिल्ली चैप्टर की शुरुआत की। यह पहल नवाचार-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देने और ‘विकसित भारत 2047’ के राष्ट्रीय विज़न को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस चैप्टर का उद्घाटन आईआईएम सम्बलपुर के वार्षिक व्यवसाय सम्मेलन ‘मर्मग्या 10.0’ के प्रारंभिक कार्यक्रम के दौरान, संस्थान के दिल्ली परिसर में किया गया।
भारत डिजिटल परिवर्तन के नए युग में अग्रणी – विभोर जैन
मुख्य अतिथि विभोर जैन, कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं मुख्य वित्तीय अधिकारी, ओएनडीसी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत आज वैश्विक स्तर पर डिजिटल परिवर्तन के अग्रणी देशों में शामिल है।
उन्होंने कहा, “भारत ने दुनिया के सबसे बड़े बायोमेट्रिक पहचान कार्यक्रम से लेकर मोबाइल कनेक्टिविटी के विस्तार तक, तकनीकी क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने से देश की अर्थव्यवस्था अधिक एकीकृत, पारदर्शी और दक्ष बनी है, जिससे व्यवसायों को सशक्त करने और राष्ट्र की विकासगाथा को नई गति देने में मदद मिली है।”
नवाचार के सफर में नया अध्याय – प्रो. महादेव जायसवाल
आईआईएम सम्बलपुर के निदेशक प्रोफेसर महादेव जायसवाल ने कहा कि आई-हब फाउंडेशन का दिल्ली चैप्टर, संस्थान के नवाचार और उद्यमिता के मिशन को और सशक्त करेगा।
उन्होंने कहा, “यह नया चैप्टर हमारे पूर्व छात्रों, उद्यमियों और नवप्रवर्तकों को एक साझा मंच प्रदान करेगा, जहाँ वे न केवल अपने विचारों को वास्तविकता में बदल सकेंगे, बल्कि ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य में भी सक्रिय योगदान देंगे।”
जायसवाल ने आगे कहा कि आईआईएम सम्बलपुर का उद्देश्य प्रबंधन शिक्षा को केवल अकादमिक सीमाओं तक सीमित न रखकर, उसे समाजिक और आर्थिक परिवर्तन का उपकरण बनाना है।
नवाचार और उद्यमिता के लिए बनेगा सशक्त नेटवर्क
आई-हब फाउंडेशन का दिल्ली चैप्टर देशभर में नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र (Innovation Ecosystem) को मजबूत करने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह प्लेटफॉर्म स्टार्टअप्स, उद्योग, निवेशकों और शिक्षाविदों को एकजुट करेगा, ताकि नए विचारों को व्यवसाय में बदलने की प्रक्रिया को गति दी जा सके।
इस पहल के माध्यम से आईआईएम सम्बलपुर का लक्ष्य है कि देश के विभिन्न क्षेत्रों से उभर रहे युवा उद्यमियों को संसाधन, मार्गदर्शन और नेटवर्किंग के अवसर मिलें।
‘विकसित भारत 2047’ की दिशा में एक मजबूत कदम
आईआईएम सम्बलपुर की यह पहल भारत को नवाचार, कौशल और आत्मनिर्भरता के नए दौर में प्रवेश दिलाने की दिशा में एक ठोस कदम मानी जा रही है। संस्थान का मानना है कि जब शिक्षा, उद्योग और उद्यमिता एक साथ मिलकर कार्य करेंगे, तभी ‘विकसित भारत 2047’ का सपना साकार हो सकेगा।
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