रायपुर। भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) रायपुर, एक अग्रणी संस्थान जो ‘बिल्डिंग बिजनेस ऑनर’ के लिए जाना जाता है, ने अपने 16वें स्थापना दिवस का आयोजन किया। इन 16 वर्षों के सफर में प्रबंधन शिक्षा, नवाचार और नेतृत्व विकास में अपनी अग्रणी भूमिका को उजागर करते हुए, इस अवसर पर शिक्षा और उद्योग जगत के प्रमुख नेताओं ने संस्थान की यात्रा पर विचार किया और भविष्य की कार्यशक्ति तैयार करने में इसके योगदान पर चर्चा की।
इस अवसर पर निदेशक-प्रभारी प्रो. संजीव पराशर ने कहा, ‘‘पिछले सोलह वर्षों में, आईआईएम रायपुर ने न केवल एक मजबूत शैक्षणिक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण किया है, बल्कि नवाचार, शोध और उद्योग सहयोग का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है। आने वाले वर्षों में हमारा ध्यान ऐसे भविष्य-तैयार नेताओं को तैयार करने पर है, जो जटिलताओं को फुर्ती, सहानुभूति और उद्देश्य के साथ संभाल सकें।‘‘ प्रो. भरत भास्कर, निदेशक, आईआईएम अहमदाबाद ने कहा कि आज के दौर में तकनीकी समझ के साथ मानवीय दृष्टिकोण से नेतृत्व करना बेहद ज़रूरी है। श्री संबासिवन जी, सीएफओ, टाटा प्ले ने इस बात पर जोर दिया कि कॉर्पोरेट दुनिया में अब बहु-विषयक सोच और फुर्ती से निर्णय लेने की क्षमता की पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरत है। वहीं, श्री राजीव जैन, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट मार्केटिंग, डीएस ग्रुप ने बताया कि किस तरह ब्रांड स्टोरीटेलिंग और उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में मार्केटिंग को एक नया रूप दे रहे हैं।
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