त्योहारी सीजन यानी चमक-दमक, तोहफों की भरमार और भारी डिस्काउंट्स की बौछार। चाहे मोबाइल हो, कपड़े हों या इलेक्ट्रॉनिक्स—हर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म दिवाली के नाम पर लुभावने ऑफर्स लेकर आता है। लेकिन जहां एक ओर असली सेल होती है, वहीं दूसरी ओर साइबर अपराधियों के लिए भी यह ‘कमाई’ का सबसे बेहतरीन मौका बन जाता है।
हर साल हजारों लोग नकली वेबसाइट्स, फर्जी सेलर्स और ठगी वाले ऑफर्स के जाल में फंसकर अपना पैसा और भरोसा दोनों गंवा बैठते हैं।
तो अगर आप भी इस दिवाली ऑनलाइन खरीदारी की तैयारी कर रहे हैं, तो यह स्टोरी आपके लिए बेहद जरूरी है।
1. दिवाली सेल के नाम पर ऑनलाइन शॉपिंग में सबसे बड़ा खतरा क्या है?
एक क्लिक में ठगी का शिकार!
दिवाली सेल के समय सबसे बड़ा खतरा होता है – नकली वेबसाइट्स और असली जैसे दिखने वाले फ्रॉड लिंक। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट राहुल मिश्रा बताते हैं कि इस सीजन में अपराधी बेहद प्रोफेशनल तरीके से नकली साइट्स बनाते हैं जो हूबहू असली लगती हैं।
खतरनाक ट्रिक्स:
• भारी डिस्काउंट दिखाकर लालच दिया जाता है
• पेमेंट के बाद प्रोडक्ट भेजा ही नहीं जाता
• नकली या घटिया सामान डिलीवर कर दिया जाता है
• कार्ड डिटेल्स चोरी कर अकाउंट खाली किया जाता है
2. कैसे पहचानें असली और नकली वेबसाइट?
ध्यान रखें ये 6 बातें:
• URL चेक करें: असली वेबसाइट का URL हमेशा HTTPS से शुरू होता है।
• स्पेलिंग देखें: अमेजन की जगह Amazoon लिखा हो तो सतर्क हो जाएं।
• डोमेन नेम देखें: .com की जगह .xyz, .store, .top हो तो शक करें।
• कॉपी-पेस्ट डिजाइन: असली साइट की नकल दिखे तो सावधान।
• रिव्यू और सोशल मीडिया प्रजेंस चेक करें।
• वेबसाइट की डिटेल Google पर सर्च करें, कई बार फ्रॉड के अलर्ट मिलते हैं।
3. ऑनलाइन पेमेंट करें या कैश ऑन डिलीवरी?
बड़ा सवाल: पैसा पहले या बाद में?
• अगर वेबसाइट और सेलर भरोसेमंद हो और आप पहले भी खरीद चुके हों, तो ऑनलाइन पेमेंट सुरक्षित है।
• लेकिन पहली बार खरीद रहे हैं, तो कैश ऑन डिलीवरी ही बेहतर विकल्प है।
• इससे सामान आने के बाद ही पैसा देना होता है – धोखाधड़ी की आशंका कम हो जाती है।
4. रिव्यू और रेटिंग पढ़ना क्यों जरूरी है?
जो ग्राहक कहें, वही सच्चाई!
• ऑनलाइन प्रोडक्ट को न आप छू सकते हैं, न देख सकते हैं।
• इसीलिए 10-15 असली रिव्यू पढ़ना जरूरी है।
• फर्जी रिव्यू छोटे, एक जैसे और बिना जानकारी के होते हैं।
• असली रिव्यू में फोटो, अनुभव और डिटेल्स होती हैं।
5. गलत या नकली प्रोडक्ट आ जाए तो क्या करें?
तुरंत उठाएं ये 3 कदम:
• सामान और पैकेजिंग की फोटो लें।
• कस्टमर केयर से संपर्क कर शिकायत दर्ज करें।
• ऑर्डर डिटेल्स और ट्रांजैक्शन सबूत संभालकर रखें।
अगर वेबसाइट असली है, तो आपको रिटर्न और रिफंड की सुविधा मिल सकती है। लेकिन देर करने पर यह मौका भी हाथ से निकल सकता है।
6. इन 11 बातों का रखें ध्यान, और बचें ऑनलाइन धोखाधड़ी से:
• सिर्फ भरोसेमंद वेबसाइट से खरीदारी करें
• बहुत ज्यादा डिस्काउंट वाले ऑफर्स पर तुरंत भरोसा न करें
• वेबसाइट का URL ध्यान से देखें
• कभी भी लिंक पर क्लिक कर खरीदारी शुरू न करें, खुद वेबसाइट टाइप करें
• अपना कार्ड या UPI पिन किसी से शेयर न करें
• पब्लिक Wi-Fi पर शॉपिंग न करें
• सोशल मीडिया के अनजान ऑफर्स से बचें
• रिव्यू, रेटिंग और रिटर्न पॉलिसी चेक करें
• नए प्लेटफॉर्म से खरीदते वक्त कैश ऑन डिलीवरी चुनें
• OTP/पर्सनल डिटेल किसी को न बताएं
• फ्रॉड होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन या प्लेटफॉर्म को रिपोर्ट करें
त्योहार मनाएं, लेकिन सावधानी के साथ।
ऑनलाइन शॉपिंग सुविधाजनक है, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही आपको हजारों का नुकसान करा सकती है।
इसलिए इस दिवाली खरीदारी करने से पहले एक बार सोचिए, लिंक चेक करिए और फिर ही ऑर्डर कीजिए।
क्योंकि सही जानकारी ही असली है।
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