जयपुर, 13 अक्टूबर
नवीन आपराधिक कानूनों के सफल क्रियान्वयन की पहली वर्षगांठ पर सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित प्रदर्शनी और उद्घाटन समारोह को लेकर पूरे राज्य में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। गृह और सहकारिता मंत्री के मुख्य संबोधन को ऑनलाइन माध्यम से सुनने के लिए 1,01,010 लोगों ने भाग लिया — जो किसी एक दिन में रिकॉर्ड जन भागीदारी मानी जा रही है।
राज्यभर में व्यापक पहुंच, थाना स्तर पर सर्वाधिक सहभागिता
इस आयोजन में सबसे अधिक भागीदारी थाना स्तर पर दर्ज की गई, जहाँ 66,449 लोग सीधे तौर पर जुड़े। इसका उद्देश्य था कि नए कानूनों की जानकारी आम नागरिकों और पुलिस के सबसे निचले स्तर तक पहुंचे, जो इस आंकड़े से पूरी तरह सफल होता नजर आया।
कोटा बना नेतृत्वकर्ता, हजारों छात्रों ने भी देखा लाइव
पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, कोटा में सर्वाधिक 6,345 लोगों ने भाग लिया। यहां दशहरा मेला रंगमंच पर आयोजित लाइव प्रसारण में हजारों कोचिंग छात्रों ने भी हिस्सा लिया। भीलवाड़ा 3,779 प्रतिभागियों के साथ दूसरे, जबकि धौलपुर 3,424 के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
प्रशासनिक स्तर पर योजनाबद्ध क्रियान्वयन
कार्यक्रम को विभिन्न स्तरों पर सुनियोजित ढंग से आयोजित किया गया। उपखण्ड/वृत्त स्तर पर 13,116, जिला स्तर पर 14,996 और रिजर्व पुलिस लाइन में अधिकारियों-कर्मचारियों एवं उनके परिजनों सहित 6,449 लोगों ने भागीदारी दर्ज कराई।
न्याय प्रणाली में ऐतिहासिक परिवर्तन का संदेश
यह आयोजन सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह 21वीं सदी में भारतीय न्याय प्रणाली में हो रहे बड़े बदलावों की समझ को जन-जन तक पहुँचाने का माध्यम बना। नए कानूनों पर चर्चा, जागरूकता और भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि बदलाव को लेकर समाज में न केवल जिज्ञासा है, बल्कि उसे समझने और अपनाने की तत्परता भी है।