SEARCH

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    जैसलमेर बस हादसे की गूंज जोधपुर तक, बस फैक्ट्री पर RTO और पुलिस की बड़ी कार्रवाई, तीन डीटीओ और पांच इंस्पेक्टर की टीम कर रही है जांच, बस निर्माण की प्रक्रिया और सुरक्षा मानकों की गहराई से पड़ताल, जयपुर के बाद अब जोधपुर में भी सड़कों पर सख्त चेकिंग अभियान

    4 hours ago

    जोधपुर। जैसलमेर से जोधपुर आ रही यात्री बस के दर्दनाक हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। हादसे में 20 लोगों की मौत और एक दर्जन से अधिक यात्रियों के गंभीर रूप से घायल होने के बाद अब सरकार ने घटना की तह तक जाने के लिए व्यापक जांच की शुरुआत कर दी है।
    घटना के बाद जांच का दायरा अब जोधपुर तक पहुंच चुका है। परिवहन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने उस बस निर्माण फैक्ट्री पर छापा मारा है, जहां हादसे में शामिल बस तैयार की गई थी।
    फैक्ट्री में आरटीओ और पुलिस की संयुक्त पड़ताल
    सुबह से जोधपुर स्थित फैक्ट्री परिसर में तीन जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) और पांच निरीक्षक (इंस्पेक्टर) की टीम मौजूद रही। टीम ने बस निर्माण की तकनीकी प्रक्रिया, डिजाइन मानकों और सुरक्षा नियमों की गहराई से जांच शुरू की है।
    सूत्रों के अनुसार, जांच का प्रमुख फोकस बसों में लगाए जाने वाले एसी सिस्टम, आपातकालीन निकास द्वार और सुरक्षा उपकरणों की गुणवत्ता पर है।
    अधिकारियों ने बस निर्माण के मैकेनिज्म को विस्तार से परखा और यह देखा कि क्या निर्माण के दौरान निर्धारित सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।
    हर पहलू की हो रही जॉइंट जांच
    आरटीओ और पुलिस की टीम जॉइंट ऑपरेशन के तहत हर पहलू की पड़ताल कर रही है —
    • बस की संरचना और बॉडी फिटिंग की जांच
    • यात्रियों के प्रवेश व निकास द्वारों की स्थिति
    • अग्निशमन उपकरणों और आपातकालीन खिड़कियों की उपलब्धता
    • एसी फिटिंग और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की सुरक्षा
    जांच टीम ने फैक्ट्री में मौजूद कई बसों की भी फिजिकल जांच की और रिकॉर्ड खंगाले। प्राथमिक जांच रिपोर्ट परिवहन विभाग मुख्यालय को भेजी जा रही है।
    राजस्थान में सख्त हुआ परिवहन विभाग
    जैसलमेर हादसे के बाद राजधानी जयपुर में बुधवार को सख्त चेकिंग अभियान चलाया गया था। अब जोधपुर में भी सुबह से परिवहन विभाग की टीमें सड़कों पर सक्रिय हैं।
    पुराने मॉडल की बसों, निजी संचालित वाहनों और स्कूल बसों की गहन जांच की जा रही है। जिन बसों में सुरक्षा मानकों की कमी पाई जा रही है, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जा रही है।
    घायल यात्रियों का चल रहा इलाज
    हादसे में घायल हुए एक दर्जन से अधिक यात्री अब भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। कई गंभीर घायलों का जोधपुर के एम्स और अन्य अस्पतालों में इलाज जारी है।
    राज्य सरकार ने हादसे की पूरी जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
    जैसलमेर बस हादसे ने परिवहन व्यवस्था की लापरवाहियों को उजागर कर दिया है। अब जांच एजेंसियां बस निर्माण से लेकर सड़क सुरक्षा तक हर कड़ी की पड़ताल में जुटी हैं।
    सरकार का स्पष्ट संदेश है— सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।

    Click here to Read more
    Prev Article
    भारत में वैश्विक पर्यटन की अपार संभावनाएं, जरूरत सिर्फ तलाश और तराश की : गजेंद्रसिंह शेखावत -विश्व पर्यटन सूचकांक में भारत को टॉप-10 में लाने का लक्ष्य, जीडीपी में 10% योगदान का संकल्प -‘वन स्टेट-वन ग्लोबल ट्यूरिज्म डेस्टिनेशन’ को लेकर उदयपुर में राष्ट्री
    Next Article
    राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी से नाराज, सेवानिवृत्त कर्मचारी, दीपावली से पहले नहीं मिलेगा महंगाई भत्ता, सेवारत कर्मचारियों को भी नहीं मिलेगा बोनस, पेंशनभोगियों ने 18 अक्टूबर को कुलपति सचिवालय पर धरने का किया ऐलान

    Related राजस्थान Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment