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    दीपोत्सव 2025: यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर में उमड़ा उल्लास — संगीत, रोशनी और उत्साह से दमक उठा परिसर

    8 hours ago


    दीपों और संस्कृति के संग मनाया गया सामूहिक आनंद का पर्व
    जयपुर। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, वाटिका परिसर में दीपावली पर्व ‘दीपोत्सव 2025’ का आयोजन हर्ष और उल्लास के साथ किया गया। पारिवारिक वातावरण में हुए इस भव्य समारोह में संपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार ने भाग लिया।
    कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति डॉ. रश्मि जैन, प्रो-वीसी डॉ. अंकित गांधी और कुलसचिव डॉ. अनूप शर्मा के प्रेरणादायी संदेशों तथा दीप प्रज्वलन से हुआ। मंच पर उपस्थित सभी ने एक-दूसरे को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
    एकता, नवसृजन और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक — चेयरमैन डॉ. प्रेम सुराना
    मुख्य अतिथि चेयरमैन डॉ. प्रेम सुराना ने अपने उद्बोधन में कहा कि दीपावली केवल प्रकाश का उत्सव नहीं, बल्कि एकता, नवसृजन और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार के परिश्रम और समर्पण की सराहना करते हुए सभी कर्मचारियों को बोनस और उपहार प्रदान किए।
    समर्पण और सहयोग के दीप जलाएं — कुलपति डॉ. रश्मि जैन
    कुलपति डॉ. रश्मि जैन ने कहा कि दीपावली आशा, सकारात्मकता और मानवता का संदेश देती है। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार से आह्वान किया कि प्रत्येक सदस्य अपने कार्यक्षेत्र में समर्पण और सहयोग के दीप प्रज्वलित करे, ताकि संस्थान निरंतर प्रगति की दिशा में अग्रसर हो सके।
    ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ की भावना से प्रेरित संस्थान — प्रो चेयरपर्सन डॉ. अंशु सुराना
    प्रो चेयरपर्सन डॉ. अंशु सुराना ने कहा कि तमसो मा ज्योतिर्गमय का संदेश केवल आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक प्रेरणा भी देता है। उन्होंने कहा कि दीपशिखा कला संस्थान पिछले 50 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर अग्रसर है और इसी परंपरा को यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर आगे बढ़ा रही है।
    नवीनता और उत्कृष्टता की भावना को जगाता पर्व — प्रो-वीसी डॉ. अंकित गांधी
    प्रो-वीसी डॉ. अंकित गांधी ने कहा कि दीपावली का पर्व नवीनता, एकता और उत्कृष्टता की भावना को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने विश्वविद्यालय समुदाय से सामूहिक प्रयासों के माध्यम से संस्थान की प्रगति को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का आह्वान किया।
    अनुशासन और एकजुटता से उन्नति की राह — कुलसचिव डॉ. अनूप शर्मा
    कुलसचिव डॉ. अनूप शर्मा ने कहा कि दीपों की रोशनी अनुशासन, समर्पण और एकजुटता का प्रतीक है। ये गुण ही संस्थान की सतत उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने समस्त स्टाफ और विद्यार्थियों को दीपावली की शुभकामनाएँ दीं।
    उपकुलसचिव इंजीनियर नरेश अरोड़ा और परीक्षा नियंत्रक डॉ. कमल किशोर जांगिड़ ने दी शुभकामनाएँ
    उपकुलसचिव इंजीनियर नरेश अरोड़ा ने विश्वविद्यालय परिवार को दीपावली की हार्दिक बधाई दी।
    परीक्षा नियंत्रक डॉ. कमल किशोर जांगिड़ ने कहा कि दीपावली का यह पर्व समर्पण, अनुशासन और निरंतर प्रयासों की प्रेरणा देता है। उन्होंने विद्यार्थियों और स्टाफ को अपने लक्ष्यों की ओर नए उत्साह के साथ बढ़ने का संदेश दिया।
    सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाया कार्यक्रम का आकर्षण
    दीपोत्सव के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे वातावरण को उल्लास और संगीत से भर दिया। रंगोली प्रतियोगिता, दीप सजावट, नृत्य और गायन प्रस्तुतियों ने उत्सव की गरिमा को और भी बढ़ा दिया।
    कार्यक्रम के पीछे रहा सामूहिक प्रयास और उद्देश्यपूर्ण संदेश
    पूरा आयोजन डॉ. रजनी माथुर के निर्देशन में और मंच संचालन डॉ. मोनिका शर्मा द्वारा किया गया। डॉ. शर्मा ने बताया कि इस दीपोत्सव का उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय परिवार में सौहार्द, समर्पण और सकारात्मकता की भावना को सशक्त करना है।
    उन्होंने कहा कि दीपों की यह रोशनी न केवल परिसर को आलोकित करती है, बल्कि मन और विचारों में भी उजियारा भरती है, जो हमें सफलता और प्रगति की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
    दीपोत्सव 2025 ने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, जयपुर के परिसर को न केवल रोशनी से, बल्कि उत्साह, एकता और नवाचार की भावना से भी आलोकित कर दिया। यह आयोजन संस्था की सामूहिक चेतना, संस्कृति और प्रगति के संकल्प का सजीव उदाहरण बन गया।

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